शाजापुर। यह जरूरी नहीं कि हम मैदान में उतरें तो जीतकर ही लौटें। यदि हम हार भी जाते है तो उससे निराश होने के बजाए सीखने की कोशिश करें। क्योंकि हारता वो नहीं जो मैदान में उतरा हो, बल्कि हारता वो है जो हार के डर से मैदान में ही नहीं उतरता।
यह बात दुपाड़ा रोड स्थित सहज पब्लिक स्कूल के संचालिका आशा जैन ने विद्यालय में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए कही। उन्हांेने कहा कि पढ़ाई जीवन में बहुत जरूरी है, लेकिन उससे भी जरूरी है कि हम अपने शरीर का ध्यान रखें, उसे हर चुनौती के लिए तैयार रखें और यह खेलने और प्रतियोगिताओं में भाग लेने से ही संभव है। यदि आप किसी प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं बनोगे तब तक आप जीत का महत्व नहीं समझोगे। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दी। प्राचार्य अंकुर जैन ने कहा कि जितना हम खुद को मानसिक तौर पर तैयार रखने के लिए प्रयास करते हैं उतना ही खेलों को भी महत्व दें ताकि हम अपने जीवन में आने वाली हर चुनौतियों का सामना करने के लिए खुद को तैयार कर सकें। इस अवसर पर को-डायरेक्टर पूर्वी जैन सहित बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं व विद्यार्थी उपस्थित थे।
खेल प्रतिभा का दिया परिचय, कई बने सिकंदर
विद्यालय में तीन दिनी खेल प्रतियोगिताओं का शुभारंभ किया गया। जिसके बाद विद्यालय के खेल परिसर में खो-खो, कबड्डी, बैडमिंटन, क्रिकेट, वालीबाल, खो-खो, लेग क्रिकेट, रेस सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें खिलाड़ियों ने उत्साह से भाग लेते हुए अपनी प्रतिभा का परिचय दिया और कई खिलाड़ी इसमें सिकंदर साबित हुए, जिन्होंने अपेक्षा से अच्छा प्रदर्शन करते हुए सभी को अपनी प्रतिभा का कायल बना दिया, जिन्हें विद्यालय की ओर से सम्मानित भी किया गया।
previous post