/कमलेश भारके
तेंदूखेड़ा एन एच पर शासकीय महाविद्यालय लंबे समय से ग्रंथपाल के भरोसे चल रहा है महाविद्यालय में ग्रंथपाल के पद पर अपर्णा चौबे पदस्थ हैं जिनका कार्य लाईब्रेरी में लाइब्रेरियन का है जो लंबे समय से प्रभारी प्राचार्य का पद संभाल रही है लाईब्रेरी में कोई व्यवस्था नहीं है छात्र छात्राओं को कोई लाभ भी नहीं मिल पाता है एक स्पोट्र्स शिक्षक है और छह अतिथि शिक्षक कार्यरत हैं एवं प्राचार्य का पद रिक्त हैं भृत्य , चौकीदार, स्वीपर सहित छह पद भी है इस प्रकार महाविद्यालय में 15 का स्टाप है और 570 छात्र छात्राएं अध्ययन है यहां पर तीन अतिथि शिक्षक जबलपुर से महाविद्यालय अप डाउन करते हैं जो मुख्यालय में नहीं रहते हैं जो माह में अनेक बार नहीं आते हैं महाविद्यालय में छात्र छात्राएं भी कम संख्या में आते हैं और 1 बजे कालेज से भाग जाते हैं जिस पर यहां के शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जाता है और टाईमपास करने में लगे रहते हैं और छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा हैं महाविद्यालय में कभी भी सभी शिक्षक शिक्षिकाए एक साथ उपस्थित नहीं कोई न कोई अनुपस्थित रहता है निरीक्षण के समय प्रभारी प्राचार्य अनुपस्थित या अवकाश पर होने की जानकारी दे देती है अतिथि शिक्षक शिक्षिकाओं का वेतन 45000 रूपय माह है जो अपने मनमाने तरीके से महाविद्यालय आवागमन करते हैं महाविद्यालय में चारों ओर गंदगी फैली रहती है यहां पर लाईब्रेरी और स्पोट्र्स के लिए रूम और सामग्री भी नहीं है और छात्र छात्राओं को कोई लाभ भी प्राप्त नहीं होता है लेकिन स्पोर्ट्स शिक्षक , लाईब्रेरीयन शिक्षिका यहां पर पदस्थ हैं जिनके द्वारा कोई भी गतिविधियां महाविद्यालय में नहीं कराई जाती है कला संकाय विषय होने से यहां पर छात्र छात्राओं को अध्ययन कर�