सुदर्शन टूडे ब्यूरो रिपोर्टर राहुल गुप्ता
भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में वोट देना अत्यंत जरूरी है. भारत में 18 वर्ष की उम्र से नागरिकता का अधिकार प्राप्त हो जाता है, लेकिन युवा है कि वोट डालने के लिए घर से ही नहीं निकलते। भारत जैसे गणतांत्रिक देश में सबसे अहम होता है चुनाव और मत देना। गणतंत्र एक यज्ञ की तरह होता है जिसमें मतों यानि वोटों की आहुति बेहद अहम मानी जाती है, यहां एक वोट भी सरकार और सत्ता बदलने के लिए काफी होता है। वोट देकर हम अपने अधिकार का उपयोग कर सकते हैं और देश को चलाने के लिए अच्छे प्रतिनिधि का चुनाव कर सकते हैं। मतदान द्वारा नागरिक अगर सरकार की कार्यवाहियों एवं नीतियों से
असंतुष्ट है या वह चाहता है कि वर्तमान सरकार ही फिर से वापसी करें , तो वे सरकार बदल सकते है या सरकार को वापस ला सकते है। वोट से हम अच्छे प्रतिनिधि चुन कर एक अच्छी सरकार बनाने में भागीदारी कर सकते हैं। धर्म, जाति, वर्ग, समुदाय व भाषा आदि से प्रभावित हुए बिना व किसी भी प्रलोभन के बिना हर चुनाव में अपना वोट जरूर डालना अपना वोट जरूर डालना चाहिए। यह बात नगर के शिक्षाविद व् स्कूल प्राचार्य धीरज चतुर्वेदी ने क्षेत्र के सभी मतदाताओं को जागरूक करने हेतु कही। उन्होंने कहा कि आपका एक वोट केंद्र सरकार, राज्य सरकार व स्थानीय सरकार का राज तिलक करता है। अतः अपने इस अधिकार का प्रयोग अवश्य करें, साथ ही उन्होंने सभी आम नागरिकों से भी अपील करते हुए कहा कि सभी मतदाताओं को निडर होकर मतदान करना चाहिए। मतदाता चुनाव में एक नायक होता है। स्थानीय प्रशासन के द्वारा भी लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने और मतदान का महत्व बताने के लिए भी मतदान अभियान भी चलाया जा रहा है। मतदान को करना राष्ट्र के लिए आवश्यक और हितकारी है। हर व्यक्ति को मतदान करना ही चाहिए क्योंकि वो हमारा अधिकार है और देश के लिए उम्मीदवार चुनने के लिए सहायक है। फिलहाल तो यही कहा जा सकता है कि, जागो मतदाता जागो…
साभार-
धीरज चतुर्वेदी
(शिक्षाविद)