सुदर्शन टुडे न्यूज जिला ब्यूरो चीफ हीरा सिंह उइके की रिपोर्ट
मंडला। जमीनी हकीकत को देखने पर सच्चाई सामने है परंतु जल संसाधन विभाग ने मलवाथर के नाम से सोने की चिड़िया बना दिया है। आलम यह है कि जिले के जनपद पंचायत मोहगाँव अंतर्गत ग्राम पंचायत मलवाथर के मलवाथर जलाशय के नहरों की स्थिति ठीक नहीं है कृषकों को अपने खेतों में फसलों के लिए पानी नहीं मिल रहा है, और विभाग के दस्तावेजों में कर -टेक्स जारी हो जाती है। यदि देखा जाये तो विभाग द्वारा नहरों की साफ सफाई एवं मरम्मत नहीं कराई जाती है जिसके कारण जलाशय के उपयोगी पानी नाला में समा जाती है।नहरों के घटिया निर्माण कार्य कराया गया है जिसके मरम्मत कार्य आज तक नही हुआ है।मलवाथर जलाशय के जल द्ववार (गेट) पूर्णतः खराब हो चुका है। वर्षाकाल में जलाशय फूट सकते हैं।जलाशय के जीवनस्तर पर दरार आ चुकी है बांध फूटने की सम्भावना है।जलाशय के अंदर भी सफाई नहीं होने से बड़े बड़े झाड़ पेड़ उग आयें हैं ग्रामवासियों को खतरा बना हुआ है वर्षाकाल में जन-धन को हानि की सम्भावना बनी हुई है।नहरों का निर्माण पूरा अंतिम क्षेत्र तक नहीं हुआ है, परंतु पूरा पैसा आहरण हो चुका है नहरों के पुल पुलिया क्षतिग्रस्त एवं टूट चुके हैं परंतु जिम्मेदार अधिकारी कुम्भकरणी में सोये हुए हैं।यदि समय से पहले मलवाथर जलाशय का मरम्मत एवं साफ सफाई नहीं हुआ तो निश्चित ही वर्षाकाल में बांध फूट जायेगा।जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के वजह से कृषकों को सही समय में फसलों के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है साथ ही इस बार जल गेट-पुल पुलिया,खराब हो चुकें हैं नहरों के पुनः निर्माण कार्य अति आवश्यक है। ग्राम वासियों का कहना है कि हमारे मक़सद अधिकारियों को परेशान करना नहीं है अपितु जन समस्याओं का समाधान कराना है। जिला प्रशासन इस ओर विशेष ध्यान देते हुए शीघ्र जाँच करायें।अन्यथा अनुसूचित जनजाति आयोग भोपाल में शिकायत दर्ज कराया जायेगा।