संवाददाता रानू जावेद खान
जवेरा दमोह
जनपद पंचायत जबेरा की ग्राम पंचायत सगरा में सरपंच सचिव एवं रोजगार सहायक निर्माण कार्यों में जमकर मनमानी कर रहे है,उन्हे न जांच का डर है और न ही अधिकारियो का। यहां तक की मनरेगा जैसी योजना को भी पलीता दिखाते हुए मजदूरों का हक छीनने में भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे है और निर्माण कार्य मशीनों से कराया जा रहा है। सगरा पंचायत में करीब 12- 12 लाख रुपए के दो परकुलेशन टैंको का निर्माण मशीनों से कराया गया है,जिसके निशान मोकास्थल पर स्पष्ट तौर पर देखे जा सकते थे। जिस खबर को नई दुनिया ने 5 मई को सगरा पंचायत में मजदूरों की जगह मशीनों से हो रहा कार्य शीर्षक के साथ प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद सरपंच सचिव ने तत्काल मजदूर लगाकर परकुलेशन टैंकों में मौजूद मशीनों के निशान को मिटाने का कार्य शुरू कर दिया गया,ताकि जांच होने पर मशीन के निशान न दिखाई दे। यहां तक की सरपंच पुत्र निशान मिटाने में लगे मजदूरों का वीडियो और स्टेटमेंट लेकर अपने पक्ष में खबर लगाने का प्रयास करते भी देखे गए। बरहरहाल आनन फानन में सरपंच सचिव द्वारा मजदूर लगाकर कार्य करना स्पष्ट तौर पर साबित करता है कि दोनो परकुलेशनो का निर्माण मजदूरों की जगह मशीनों से कराया गया है और अब कार्यवाही से बच सके इसलिए सरपंच सचिव द्वारा मजदूर लगाकर मशीन की धमाचौकड़ी एवं पंजे के निशान मिटाने का प्रयास किया जा रहे है।मनरेगा जैसी योजना में इस तरह से किए जा रहे भ्रष्टाचार की शिकायत करने पर भी अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नही की जाती,जिसके चलते सरपंच सचिव के हौसले बुलंद है।