शाजापुर। शासन के निर्देशानुसार प्रदेश के आंगनवाड़ी केन्द्रों के सुदृढ़ीकरण के लिए समुदाय की भागीदारी बढाने के उद्देश्य से “एडाप्ट एन आंगनवाड़ी” कार्यक्रम माह दिसम्बर 2021 से प्रदेश में प्रारम्भ किया गया है। शासन के इस अभिनव कार्यक्रम को महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत संचालित किये जा रहे विद्युत विहिन आंगनवाड़ी केन्द्रों में विद्युत आपूर्ति सुचारू रूप से संचालित हो।
इसके लिए कलेक्टर दिनेश जैन के मार्गदर्शन में जन सहयोग से जिले की 100 ऑगनवाड़ी केन्द्रों को सौलर उर्जा से परिपूर्ण किये जाने के उददेश्य को लेकर प्रयास करवाये गये हैं। दरअसल एक आंगनवाड़ी केन्द्र में एक पंखा और दो बल्ब की आवश्यकता होती है। चूँकि आंगनवाड़ी केन्द्र दिन के समय ही संचालित होती है, इसलिये सौर उर्जा ही उत्तम विकल्प है। सौलर उर्जा से एक केन्द्र पर 100 वॉट का एक पैनल की आवश्यकता होती है, जिससे एक पंखा और दो पन्द्रह वॉट के बल्ब बहुत अच्छी तरह से चल सकता है, जिससे पूरा आंगनवाड़ी केन्द्र ऊर्जा मय हो जाता है तथा उसकी विद्युत की आवश्यकता पूर्ण हो जाती है। सौर ऊर्जा से आंगनवाड़ी केन्द्र में प्रतिमाह 80-90 यूनिट की बचत होगी। इस प्रकार इन 1000 केन्द्रों में 8000-9000 यूनिट के बराकर होगी। इस तरह आंगनवाडी केन्दों में 8000-9000 यूनिट प्रतिमाह की बचत जिला प्रशासन के द्वारा करवाई गई है। इस प्रकार आंगनवाड़ी केन्द्र सौलर उर्जा से लैस होकर संचालित हो रहे है। सौलर उर्जा के कारण आंगनवाड़ी केन्द्र की सेवाओं में भी सुधार हुआ है और इससे बच्चों के स्वास्थ्य एवं उनके मनो विकास पर सकारात्मक प्रभाव भी दिखलाई देने लगा है।
previous post