बदनावर। यहां प्राचीन बैजनाथ महादेव मंदिर में चल रही सात दिवसीय शिव महापुराण कथा का आज पांचवा दिन है। कथा में आज शिव पार्वती विवाह प्रसंग पर श्रदालु भाव विभोर हो गए।कथावाचक पंडित महेश पाराशर शास्त्री ने प्रवचन में कहा कि भगवान की भक्ति के पथ पर चलोगे तो कई प्रकार की विडंबना आएगी, दुख भी आएंगे, परीक्षा भी होगी, पर या तो चलना मत और चलने लग जाओ तो फिर सीढ़ी चढ़ने में पीछे हटना मत, कितनी भी परीक्षा हो, कितने भी संकट आए, कितनी भी परिस्थिति विकट बने, भगवान का भरोसा फिर मत छोड़ना, अपने आप को शिव को समर्पित कर दिया उसके बाद फिर पीछे मुड़कर जगत की और मत देखना। भगवान के प्रति इतनी श्रद्धा समर्पित कर देना जगत में कोई और साथ ना दे देना दे कोई बात नहीं, पर इतना विश्वास अपने अंदर बनाए रखना मेरा आराध्य मेरा शंभू मेरी सहायता जरूर करेगा। यह सब कुछ आपने कर लिया तो उसके बाद आपको कोई चिंता करने की जरूरत नही। आपका भाग्य भगवान के हाथों में रहेगा। फिर शिव जीवन का उद्धार करेंगे।
कथा में आज शिव व माता पार्वती का विवाह प्रसंग भी सुनाया गया। शास्त्री ने कहा कि नंदी पर सवार भोलेनाथ जब भूत-पिशाचों के साथ बरात लेकर पहुंचे तो उसे देखकर पर्वतराज और उनके परिजन अचंभित हो गए, लेकिन माता पार्वती ने खुशी से भोलेनाथ को पति के रूप में स्वीकार किया। आज पांडाल में शिव पार्वती विवाह भी हुआ। विवाह प्रसंग के दौरान श्रद्धालुओं ने पुष्प बरसाए। भोलेनाथ की भक्ति में संगीतमय भजनों पर महिलाओ ने नृत्य भी किया।
आज के यजमान नेहा विजेंद्र गुप्ता, प्राची विजय जाट, नमृता अक्षय शर्मा, सुशीला उमाशंकर शर्मा, रचना ओमप्रकाश सोनिगर, कंचनबाई बगदीराम चौहान, मंजुला राजेंद्र सोंनी, प्रियंका भगवतीलाल जायसवाल, सीमा पप्पू चावड़ा, चेतना सतीश पाटीदार थे। यहां कथा के पहले मंदिर में पार्थिव शिवलिंग अभिषेक का आयोजन रोज हो रहा है। कथा को लेकर नगर में धार्मिक उत्साह का माहौल बना हुआ है। कथा 7 जनवरी तक चलेगी। कथा का समय दोपहर 1 से 4 बजे तक है।
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