Sudarshan Today
Otherसिलवानी

धनतेरस पर त्रिपुष्कर और ऐन्द्र योग, दीपावली पूजन शुभ मुहूर्त

 

संवाददाता। सिलवानी

सिलवानी। इस बार प्रदोश काल में त्रयोदशी तिथि मिलने के कारण धनत्रयोदशी का पावन पर्व 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन शनि प्रदोष भी है। इस दिन बेहद शुभ समझा जाने वाले त्रिपुष्कर और ऐन्द्र योग का निर्माण हो रहा है। उक्त जानकारी देते हुए पं. भूपेन्द्र शर्मा ने बताया कि इस योग में खरीदारी करना बेहद शुभ माना जाता है। इस शुभ घड़ी में खरीदारी और घर, वाहन या गहने आदि में निवेश करने से भविष्य में इनके कई गुणा बढने की संभावनाएं होती हैं। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस दिन शुभ संयोग में खरीदारी और निवेश के ज्यादा सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। इस दिन घर, दुकान, जमीन या प्रॉपर्टी के क्षेत्र में निवेश करने से बड़ा लाभ मिलता है। इस दिन श्रीलक्ष्मी-गणेश की मूर्ति, सोना चांदी, खाता-बही, रत्न-आभूषण आदि की खरीदारी की जाती है। रूप चतुर्दशी का मान 23 अक्टूबर को होगा। इस साल अमावस्या तिथि 24 और 25 अक्टूबर दोनों दिन रहेगी। लेकिन प्रदोष व्यापिनी अमावस्या 24 अक्टूबर को ही प्राप्त हो रही है। इसलिए इस साल दीपावली 24 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी। पं. भूपेन्द्र शर्मा ने बताया कि दीपावली पूजन हेतु शुभ मुहूर्त इस बार वृश्चिक लग्न लग्न सुबह 7.51 से 10.08 बजे तक पूजन के लिए श्रेष्ठ होगा। क्योंकि इस लग्न के स्वामी मंगलदेव है। इस लग्न में लाभेश बुधदेव अपने ही घर में है एवं लग्नेश मंगल की दृष्टि होने से धन वृद्धि कारक होंगे। दिन में स्थिर कुंभ लग्न 1.50 बजे से 3.30 बजे तक है। संध्या 5.15 से 8.33 बजे तक दीपावली पूजन के लिए शुभ मुहूर्त के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसके बाद रात्रि 10.47 बजे तक निशीथ काल में व्यापारी वर्ग के लिए लक्ष्मी पूजन शुभ, श्रेष्ठ रहेगी और मध्य रात्रि 3.18 बजे तक महा निशीथ काल में कर्क और सिंह लग्न होने के कारण यह समय भी लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ है। इस साल का आखिरी सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगेगा। इसलिए इस साल दीपावली पूजन ग्रहण के सूतक लगने से पूर्व ही संपन्न कर लिए जाएंगे। यह आंशिक ग्रहण होगा, जिसे देश के कई हिस्सों में देखा जा सकेगा। भारत में सूर्य ग्रहण का स्पर्श संध्या 4.29 बजे और मोक्ष संध्या 5.42 बजे होगा। यह ग्रहण स्वाति नक्षत्र पर लग रहा है। ग्रहों का ऐसा संयोग 27 साल बाद बना है। इससे पूर्व 1995 में भी दीपावली पर सूर्य ग्रहण का प्रभाव था। ग्रहण का सूतक 12 घंटे पूर्व 25 अक्टूबर को सुबह 4.29 बजे से लगेगा। ऐसे में सूर्य ग्रहण का प्रभाव होने के कारण दीपावली के अगले दिन होने वाला गोवर्द्धन पूजा और अन्नकूट 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा। सूर्य ग्रहण के कारण दिवाली के बाद गोवर्धन और भैयादूज की तारीख पर संशयः कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष में दिवाली का भव्य पर्व मनाया जाता है। असल में दिवाली एक पांच दिवसीय पर्व है, जो धनतेरस से भैयादूज तक रहता है। इस बार सूर्य- ग्रहण होने के कारण दिवाली, गोवर्धन और भैयादूज को लेकर लोगों में संशय बना हुआ है।

Related posts

समय से पहले ही कार्यालय बंद कर्मचारी करते अप ड़ाऊन

Ravi Sahu

आयुष्मान कार्ड से निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा

Ravi Sahu

मध्य प्रदेशमोदी जी के नेतृत्व में विश्व में भारत की ताक़त और लोकप्रियता बढ़ी है: रमाकांत भार्गव

Ravi Sahu

संगीतमय भागवत कथा में सुदामा चरित्र और वृंदावन की होली कार्यक्रम में महान संत त्यागी जी महाराज एवं नागा जी महाराज के साथ संत पहुंचे किसलपुरी दिया आर्शिवाद

sapnarajput

जिला पंचायत अध्यक्ष पहुंचे किसानों के बीच खराब हुई फसल के सर्वे के अधिकारियों को दिया निर्देश

Ravi Sahu

जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए कलेक्टर श्री प्रसाद ने माना आभार

Ravi Sahu

Leave a Comment