सुदर्शन टुडे जिला ब्यूरो चीफ नवीन बैरागी रतलाम
पंडित मिश्रा ने गुरुवार को व्यासपीठ से उपाय बताते हुए कहा कि काले तील, शमी पत्र, बेलपत्र को शुद्धता से एकत्र करें। सबसे पहले शिवलिंग पर काले तिल चढ़ाएं फिर शमी पत्र और बेलपत्र चढ़ाए। हाटकेश्वर भगवान का नाम लेकर इन्हें वापस उठा ले और लेकर घर आ जाए। दो-दो दाने काले तिल के खाए हाथ कांपने की समस्या कुछ दिनों में ही समाप्त हो जाएगी। दूसरा उपाय बताते हुए पंडित मिश्रा ने कहा कि बेलपत्र के पेड़ के नीचे ब्राह्मण को खीर का भोजन कराएं और वह नहीं करा सके तो शाम को दिया लगाएं। इससे मां लक्ष्मीजी का वास प्रारंभ हो जाएगा। बिल्व पत्र, आंवले एवं पीपल का पेड़ के जड़ में भगवान शिव का स्मरण करते हुए जल चढ़ा दो। भगवान शिव स्वीकार कर लेंगे। वैशाख महीने की शिवरात्रि पर बेलपत्र और एक लोटा जल शिवलिंग पर जरूर अर्पित करें।