दतिया। निकाय चुनाव में लगा प्रशासन एवं पार्षद प्रत्याशी तैयारीयों में जुटे हुए है। जहा चुनाव से पूर्व ही अजब गजब तस्बीर देखने में आ रही है। एक दिन पूर्व ही पार्षद प्रत्याशी महेश कुमार जाटव ने अपनी बेटी एवं पत्नी को पार्षद का चुनाव लड़ाने के लिए बिजली विभाग का नोड्यूज नही मिलने से नाराज शोले फिल्म की तर्ज पर पानी टँकी पर चढ़ गया था, अब इंदरगढ़ कस्बे से समाजसेवी रामकुमार वैद्य नाम निर्देशन पत्र खरीदने चिल्लर की पोटली लेकर पहुंचे गए। जहाँ कमर्चारियों के सिक्कों को देख पसीना आ गया।
दतिया के इंदरगढ़ नगर परिषद का नामांकन फॉर्म जमा कर रहे कर्मचारियों को पार्षद प्रत्याशी ने दिन में उस समय तारे दिखा दिये। जब नामांकन फॉर्म का शुल्क एक हजार रुपए है और फॉर्म लेने पहुंचे प्रत्याशी ने कर्मचारियों के सामने एक और दो रुपए के सिक्कों के ढेर लगा दिए। जिनको गिनने में कर्मचारियों को पसीना छूट गया।इंदरगढ़ नगर परिषद का नामांकन फॉर्म जमा कर रहे कर्मचारियों को उस समय पसीना छूट गया। जब इंदरगढ़ नगर परिषद के पार्षद प्रत्याशी रामकुमार वैद्य ने नामांकन फॉर्म का शुल्क एक हजार रुपए जमा करने के लिए एक और दो रुपए के सिक्कों के ढेर लगा दिए। पहले तो निर्वाचन ड्यूटी मे लगे अधिकारी कर्मचारी चौंके और रामकुमार से पूछा कि क्या पूरी राशि सिक्कों के रुप में ही जमा करेंगे। जब रामकुमार ने कहा कि उसके पास कागज के नोट नहीं है, सिर्फ यही सिक्के हैै। अब सरकारी मुद्रा को लेने से कर्मचारी मना तो कर नहीं सकते थे। सो सिक्के लेकर घंटा भर तक गिनते रहे। सिक्के देकर नामांकन फॉर्म जमा करने वाले रामकुमार का कहना है कि नामांकन फॉर्म के बचत करके एक एक दो दो के सिक्के गुल्लक में जोड़े थे। वही सिक्के लेकर आया और फॉर्म खरीदा अब चुनाव जनता के सहयोग से लड़ूंगा। इंदरगढ़ के लोगों का कहना है कि रामकुमार हमेशा जनता की लड़ाई की लड़ते रहे हैं। वे जनसमस्याओं को लेकर धरना, प्रदर्शन और आंदोलन करते रहे हैं। इसलिए लोग उनकी मदद करेंगे। गौरतलब है कि अभी चुनाव का तो श्रीगणेश नहीं हुआ और एक से बढ़कर एक चीजें सामने आने लगी हैं। कोई सिक्के लेकर नामांकन फॉर्म लेने पहुंच रहा है तो कोई नो ड्यूज के लिए पानी की टंकी पर चढ़ रहा है। जैसे जैसे चुनाव बढ़ेगा आगे और रोचक मामले सामने आएंगे।