देवराज चौहान सुदर्शन टुडे
राजगढ़। जिले के लगभग सभी थानों में सामान आदि चोरी होने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पुलिस मुस्तेदी के साथ ऐसे मामलों में डॉग स्क्वायड व फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट की मदद से वअपने गोपनीय सूत्रों के आधार पर कई मामलों को ट्रेस भी कर लेती है। बड़े-बड़े मामलों में लगाए गए दल कड़ी मशक्कत के बाद चोरी को ट्रेस करने में सफल हो जाते हैं। फिर चाहे बात हाल ही में कोतवाली क्षेत्र से पेट्रोल पंप से चोरी हुई जेसीबी की हो या मंदिर से चोरी हुई मूर्ति की ही क्यों ना हो। इसके साथ ही पचोर, ,खिलचीपुर, ब्यावरा, नरसिंहगढ़, सारंगपुर, छापीहेड़ा आदि शहरों से हुई चोरियों को भी पुलिस ने ट्रेस करने में सफलता हासिल की और अपराधियों को सलाखों के पीछे तक भी पहुंचाया है।लेकिन ग्रामीण छेत्र में निवास करने वाले व्यापारियों और किसानों की माने तो पुलिस इस कार्यवाही में शहरी क्षेत्र में ही सिमट कर दिखाई दे रही है। क्योंकि अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों में हुई चोरियों को ट्रेस करने में पुलिस कहीं ना कहीं असफल ही दिखाई दे रही है। यही कारण है कि अब ग्रामीणों में अपने संसाधन व संस्थान को लेकर डर बना रहता है।
40 गांव के टापू से नहीं कर पाई पुलिस चोरीया ट्रेंस।
कोतवाली थाना परिसर से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित करेड़ी जो की 5 किलोमीटर की दूरी पर करीब 40 गांव को समेटे हुए व्यापारिक दृष्टि से एक बड़ा हब माना जाता है। यहां हर प्रकार के व्यापार दिखाई देते हैं। लेकिन सबसे बड़ा कारण यह भी है कि व्यापार करने वाले सभी व्यापारी लोकल करेड़ी के न होकर आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से भी अपना व्यापार करने करेडी पहुंचते हैं जो की संध्या काल में अपनी दुकान मंगल करने के बाद घर लौट जाते हैं। ऐसे में कई बार दुकानों के ताले टूटने के साथ ही उनका सामान भी चोरी हो चुका है। जिसकी एफआईआर भी कोतवाली में दर्ज हो चुकी है पुलिस ने अपनी ओर से प्रयास किया लेकिन सफलता हासिल नहीं कर पाई ऐसे एक नहीं अनेकों मामले हैं जिनमें चोरी होने के बाद कोई सबूत नहीं मिल पाया। जबकि कई बार तो चोरों को सामान ले जाते हुए सीसीटीवी में भी देखा गया है।
अब किसानों पर चोरों की नजर।
खरीफ फसलों की कटाई होने के बाद किसान रबी फसल की तैयारी में लग चुका है यहां तक की किसान अपने खेतों में फसल लगाते हुए उनमें पानी देने का काम कर रहा है। लेकिन हाल ही में रात्रि के समय में ठंड अधिक होने के कारण किसान अपने मोटर पंप बंद करते हुए अपने घर को लौट जाते हैं। ऐसे में असामाजिक तत्व मौके का फायदा उठाकर किसानों के मोटर पंप आदि लगातार चोरी कर रहे हैं। इसके कई मामले कोतवाली में ही नहीं अपितु जिले के कई थानों में दर्ज हैं। साथ ही प्रतिदिन थानों में इस प्रकार के आवेदन भी फरियादियों द्वारा दिए जा रहे हैं लेकिन ऐसे मामलों में पुलिस अभी तक चोरों से कोसों दूर दिखाई दे रही है।
इनका कहना….
वर्जन 1
चोरी की घटना की जानकारी मिलने के बाद तत्काल पुलिस मौके पर पहुंचती है। और हर प्रकार के सबूत इकट्ठे करने के साथ ही मोबाइल ट्रेसिंग आदि की मदद से चोर पकड़ने के लिए सतत काम कर रही है। साथ ही करेड़ी में हमने ग्रस्त की गाड़ी भी लगा रखी है जिससे चोरों में डर बना रहे हम और बेहतर प्रयास करते हुए किसानों के उपकरणों को चोरी करने वाले अपराधियों तक पहुंचाने का प्रयास करेंगे।
वीर सिंह ठाकुर
टी आई कोतवाली
वर्जन 2
हम दूर के गांव से आकर करेड़ी में व्यापार करते हैं मेरी दुकान से दो बार आसामाजिक तत्वों ने ताले तोड़कर सामान चोरी कर लिया, लेकिन अभी तक पुलिस इस मामले को ट्रेस नहीं कर पाई जबकि आसपास के सीसीटीवी कैमरा से भी शायद पुलिस को कुछ क्ल्यू मिले थे।
रामेश्वर तोमर
हार्ड वेयर व्यापारी
वर्जन 3
रबी फसलों की बुवाई के बाद से अभी तक मेरे खेत से दो बार मोटर चोरी हो गई और मैंने आवेदन भी थाने में दिया है। लेकिन अभी तक पुलिस यहां देखने तक नहीं आई।
रामचरण दांगी
किसान रामपुरिया
वर्जन 4
किसानों के उपकरण चोरी करने वाले आरोपियों को किसी भी हाल में बक्शा नहीं जाएगा। मैं सभी थाना प्रभारीयो को निर्देशित कर रहा हूं कि ऐसे मामलों में तत्काल एक्शन लेते हुए कार्यवाही करें। साथ ही व्यापारी भी अपने अनुष्ठान पर सीसीटीवी कैमरे जरूर लगाए ताकि घटना के बाद आसानी से आरोपियों तक पहुंचा जा सके।
धर्मराज सिंह मीणा
एसपी राजगढ़