संवाददाता। सुदर्शन टुडे सिलवानी
सिलवानी ।।- इन दिनों क्षेत्र के किसानों ने खरीफ सीजन की फसल धान को लगाने की तैयारियां शुरू कर दी है। जो खेत खाली थे या मूंग कटाई हो चुकी है उनमें क्यारियां बनाना शुरु कर दी है। बारिश में यह क्यारियां भरा जाएंगी तो किसान उनमें धान की पौध लगाएगा। फिलहाल धान का रोपा लगाया जा रहा है जो एक माह में पौध के रूप में विकसित हो जाएगा। फिलहाल किसान अच्छी बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं ताकि पौध को लगाया जा सके।किसानो की माने तो इस बार पूरे क्षेत्र में ही धान का रकबा 95 प्रतिशत रहेगा। सिर्फ 5 प्रतिशत क्षेत्र में अन्य फसलें किसान लगाएंगे। धान को लेकर किसानों ने तैयारी भी शुरु कर दी है।इधर मूंग कटाई में किसान ला रहे तेजीए ताकि जल्द से जल्द खेत हो सके तैयार –पौध तैयार करने में जुटे किसान अब खरीफ की फसल के लिए मानसून से पूर्व धान की पौध तैयार करने में जुटे हैं। कई गांव में किसान खेतों में धान का बीज बोकर पौध तैयार कर रहे हैं। किसानों की माने तो समय पर धान की पौध तैयार होने के बाद धान रोपाई करने से उसमें कीट का प्रकोप कम होने की संभावना रहती है। ऐसे में अधिकतर किसान समय पर धान की पौध तैयार करने में जुट गए।
जमीन पूरी तरह से सूखीए बारिश जरूरी —
गर्मी के तापमान बढ़ने के कारण खेत पूरी तरह से सूखे पड़े हुए हैं और खेतों
की मिटटी भी कड़क हो रही है। इसलिए बारिश बेहद जरुरी है। बारिश होने पर
प्राकृतिक रुप से ठंडा पानी मिलेगा। हालांकि पानी के संसाधन तो किसानों
के पास है लेकिन यह पानी खेतों में धूप के कारण गर्म हो जाता है।
कम बारिश की स्थिति में नदी.बोर से देंगे पानी —
क्षेत्र में धान की पैदावार अच्छी होने से किसानों को धान की खेती करने
में दिलचस्पी ज्यादा है। साथ ही कम बारिश होने पर भी किसानों को पानी की
कमी नहीं आती क्योंकि गांवों में नदी और बोरवेल से आसानी से पानी मिल
जाता है। पिछले वर्ष धान का मंडियो में अच्छा भाव मिलने से इस वर्ष किसान
धान कर रकवा बढ़ा रहे हैं। किसान मयंक पटेल मुआर ने बताया कि क्षेत्र में
जिन किसान की मूंग की फसल कट गई है। उन किसानो ने धान के गड़ा बनाना
प्रारंभ कर दिया है क्योंकि 20 जून से मानसून आने की संभावना बनी रहती
है।
25 हजार हेक्टेयर में होगी धान की रोपाई–
सिलवानी तहसील में किसानो के द्वारा प्रति वर्ष धान का रकवा बढ़ाया जा
रहा है। बीते साल करीब 20 हजार हेक्टेेयर रकवा में किसानो धान की रोपाईकी
थी। लेकिन इस वर्ष रकवा बढ़ कर 25 हजार हेक्टेयर पहुने का अनुभान लगाया
जा रहा है। खेतों में गढ़े बनाकर धान रोपने तैयारी किसानो के द्वारा
प्रारंभ कर दी है। किसान अव जोरदार बारिश की आस लगाए हुए है। तहसील में
खरीफ सीजन की प्रमुख फसल बन चुकी धान के रोपे लगाने की तैयारी अब तेजी से
की जा रहीए जगह जगह गढ़े बनकर तैयार हो गए हैं और उनमें रोपे लगाने के
लिए पानी भर दिया गया। जिससे समय पर धान के रोपे तैयार हो सकें। मानसून
आने के बाद झमाझम बारिश के दौर में किसान गढ़ों में धान की रोपाई करेंगे।
कृषि विभाग कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस बार लगभग 25 हजार
हेक्टेयर से अधिक जमीन में धान लगाई जाएगी। हालांकि अभी विभाग को शासन से
लक्ष्य नहीं मिला। लेकिन किसानों द्वारा खरीदे जा रहे बीज और रोपाई की
तैयारी के आधार पर कृषि विभाग के अधिकारी अनुमान लगा रहे हैं। जबकि पिछले
20 हजार हेक्टेयर में धान लगाई गई थी। वहीं मंडियों में धान के दाम भी
बेहतर रहे थे। इस कारण किसानों का रुझान सोयाबीन की अपेक्षा धान की फसल
पर ज्यादा दिखाई दे रहा है। किसानों को अब बस मानसून आने का इंतजार है।