सुदर्शन टुडे ब्यूरो लुकमान खत्री
खरगोन के खंडवा रोड पर मगरिया फाटे के पास यात्री प्रतीक्षालय में एक व्यक्ति का शव मिला था जिसकी शिनाख्त जेतापुर निवासी कैलाश कंडोले के रूप में की गई थी, मृतक के जिसम पर चोट के निशान थे जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसकि हत्या की गई होगी, मेंनगांव थाना प्रभारी बलराम सिंह राठौड़ और पुलिस टीम के साथ ही एस एफ एल टीम के सुनील मकवाना द्वारा घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया था, पुलिस ने प्रथम दृष्टि हत्या का मामला समझकर जांच प्रारंभ कर दी थी ,जांच के दौरान मृतक के परिजनों ने ग्राम बीरोटी में रहने वाले गोविंद चौहान पर शंका जाहिर की थी, इसके बाद पुलिस ने अपना पूरा फोकस गोविंद चौहान पर लगा दिया और जिस दिन वारदात हुई थी उसके रात के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए जिसमें मृतक कैलाश और गोविंद साथ में घूमते नजर आए, इसके बाद साइबर सेल प्रभारी दीपक तलवारे और मुखबिरों की मदद से संदेही गोविंद चौहान की तलाशी की गई तो पता चला कि वह मानसी बस का ड्राइवर है और बस लेकर खंडवा गया है, इसके बाद पुलिस ने अपनी तिकड़म भिड़ा कर उसकि बस पर सवार होने के बाद, उसे खरगोन में आकर पकड़ा और उसे हिरासत में लेकर जब पूछताछ की तो पहले तो आना कानी करने लगा, लेकिन बाद में उसने हत्या करना कबूल की ,उसने बताया कि कैलाश की पत्नी ने उसके खिलाफ छेड़छाड़ की रिपोर्ट लिखाई थी जिसकी वजह से उसे जेल जाना पड़ा था ,वही पुरानी रंजिश हत्या की वजह बनी, यह पूरी कार्रवाई थाना प्रभारी मेनगांव बलराम सिंह राठौड़ ,जेतपुर चौकी प्रभारी सुदर्शन कुमार सहित पुलिस टीम और साइबर सेल टीम द्वारा की गई ।