रिपोर्ट धीरज वाघेला थांदला( झाबुआ)
पुलिस थाना थांदला में
एसडीओपी महोदय थांदला की उपस्थिति में
पेसा कानून को धरातल पर क्रियान्वयन हेतु शांति एवं विवाद निवारण समितियों को थांदला थाने पर दिया गया प्रशिक्षण।
स्थानीय पुलिस थाना थांदला में PESA कानून के अंतर्गत गठित ग्राम सभा शांति एवं विवाद निवारण समितियों का प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ, जिसमें पेसा ब्लाक समन्वयक प्रकाश गरवाल ने शांति एवं विवाद निवारण समितियों को समझाते हुए बताया की हमारे क्षेत्र में पेसा कानून लागू होने के बाद भी हम लोग थानों पर क्यों आते हैं? हम लोग कोर्ट कचहरी के चक्कर क्यों लगाते हैं? जबकि पेसा कानून ये कहता है कि पारंपरिक रूप से हमारी ग्राम सभा ही पुलिस थाना हैं और हमारी ग्राम सभा ही न्यायालय हैं तो फिर हम लोग छोटे छोटे मामले लेकर थानों पर क्यों जाते हैं, हम लोगों को ऐसे मामले जो गंभीर अपराध की श्रेणी में न आते हो ऐसे मामलों को हमें ग्राम सभा के माध्यम से गांव में ही निपटा लेना चाहिए।हम लोग छोटे छोटे मामलों को लेकर थाने पर आते हैं और एफआईआर होने के बाद वो मामला कोर्ट कचहरी तक पहुंच जाता है और वही मामला कितना लम्बा समय ले लेता है उसकी कोई समय सीमा नहीं होती है।और हमारे जनजाति समाज को आर्थिक रूप से भी नुकसान होता है। साथ ही समय भी बर्बाद होता है। इसलिए हमें ऐसे मामलों को शांति एवं विवाद निवारण समितियों के माध्यम से ग्राम में ही सर्वसहमति से निपटारा करना चाहिए। इसके साथ ही श्री प्रकाश गरवाल ने पेसा के सभी प्रावधानों को विस्तार से बताया ताकि पेसा कानून को लेकर लोगों में किसी प्रकार से कोई अभाव न रहें।
इस अवसर पर थांदला थाने के थाना प्रभारी श्री कैलाश चौहान एवं अन्य पुलिस कर्मी एवं थाने के अंतर्गत आने वाले गांवों की शांति समितियों के सभी सदस्य उपस्थित रहे।