खरगोन जिला मुख्यालय पर मप्र आशा, उषा सहयोगी संघ के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने अपनी प्रमुख मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर न्यायोचित मांगों को पूर्ण किए जाने का आग्रह किया है। ज्ञापन के माध्यम से बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, मध्य प्रदेश में कार्यरत आशा कार्यकर्ता केन्द्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का जमीनी स्तर पर प्रचार प्रसार कर रहे है, इसके बदले बेहद कम मानदेय दिया जा रहा है। उनकी मांग है कि उन्हें नियमित करने के साथ आशाओं को 10 हजार रुपये एवं सहयोगियों के लिये 15 हजार रुपये वेतन तय किए जाय। वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान अपनी जान की परवाह किए बगैर सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाएं देने का कार्य जमीनी स्तर पर एनएचएम के तहत कार्य करने वाली आशा एवं सहयोगिनी कार्यकर्ताओं के द्वारा ईमानदारी पूर्वक किया गया। वहीं वैक्सीनेशन महा अभियान के सफल आयोजन में कार्यकर्ताओं का अहम रोल है, इसके बावजूद मप्र आशा, उषा सहयोगिनी संगठन की न्यायोचित मांगों को शासन द्वारा आज तक पूर्ण नहीं किया गया।