नियमितिकरण एवं निष्कासित साथियों की वापसी की लगाई गुहार
संविदाकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल लगातार छठवें दिन भी जारी
देवराज चौहान सुदर्शन टुडे
राजगढ़!
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने मंगलवार को अपने खून से 100 से अधिक पोस्टकार्ड लिखकर माननीय मुख्यमंत्री जी को प्रेषित किए। इसमें उन्होंने लिखा कि हम शोषित संविदाकर्मियों को नियमितिकरण का तोहफा दे दो मामा जी, साथ ही जिन्हें अप्रेजल या पद समाप्ति कर बहार किया था उन साथियों को भी वापस नौकरी पर रखा जाए।
संविदा जिलाध्यक्ष सुधेंदु श्रीवास्तव ने कहा कि संविदा की नौकरी अब एक अभिशाप की तरह बन गई है। कम तनख्वाह, काम ज्यादा, उस पर वरिष्ठ अधिकारियों की प्रताड़ना और यदि क्षमता से ज्यादा दिया गया काम समय पर नहीं हो तो तुरंत नौकरी से निकाल देने की धमकी मिलती है। संविदा के इस माहौल में आमजन का स्वास्थ्य बनाते बनाते संविदाकर्मी स्वयं बीमार हो गए हैं। कम तनख्वाह से गृहस्थी चला पाना बहुत मुश्किल हो रहा है। नियमित कर्मचारियों की तरह एक समान पद पर काम करते हुए भी तनख्वाह में अंतर सरकार को साफ दिख रहा है लेकिन उसे बराबर करने की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
*हड़ताल पर जाने से पहले निकले बीच का रास्ता*
मंगलवार को संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के पंडाल में म.प्र राज्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष धमेंद्र कुमार वर्मा ने हड़ताल को समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोई भी विभाग हड़ताल करें लेकिन स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोगों को हड़ताल तक पहुंचने से पहले उनसे सरकार को बातचीत कर बीच का रास्ता निकाल लेना चाहिए। क्योंकि इस विभाग से आमजन का स्वास्थ्य जुड़ा है और हड़ताल से कहीं न कहीं स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रहीं हैं।