सिवनी. जिले के शासकीय स्कूलों में शासन के बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के दांवे की पोल खुल रही है। कहीं दो माह से मिड-डे-मील बंद हैं तो कहीं आए दिन खाद्यान्न उपलब्ध नहीं होने से बीच-बीच में बंद करना पड़ रहा है। कुरई व बरघाट विकासखंड के शासकीय शाला आमाझिरी व घिसी में यह मामला सामने आया है।
कुरई विकासखंड के ग्राम पंचायत पचधार के शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक शाला आमाझिरी में करीब दो माह से मिड-डे-मील नहीं बन रहा है। इसकी वजह से स्कूल आने वाले छात्र-छात्राओं को पोष्टिक भोजन नहीं मिल रहे हैं। पालकों ने इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन सहित आलाधिकारियों से की है, लेकिन अभी तक मिड-डे-मील बनाना शुरू नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि खाद्यान्न नहीं होने से इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है। प्रभारी प्रधानपाठक ईश्वर दयाल सूर्यवंशी ने बताया कि मैंने इस संबंध में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया है।
बरघाट विकासखंड के शासकीय प्राथमिक व माध्यमिक शाला घिसी में जुलाई व अगस्त माह के मध्य तक बच्चों को मिड-डे-मील नहीं मिल पाया। इसके बाद शाला प्रबंधन समिति को मौखिक आदेश देकर बीआरसीसी ने चालू कराया, लेकिन आए दिन बीच-बीच में यह बंद हो रहा है। अभी करीब सप्ताहभर पूर्व तक मिड-डे-मील उक्त स्कूल में बंद था। इस संबंध में प्रधान पाठक लोकेश कुमार ने बताया कि बीआरसीसी के आदेश के बाद शाला प्रबंधन समित मिड-डे-मील बनवा रही है। बीच में खाद्यान्न नहीं मिलने से बंद हुआ था। बीआरसीसी ने खाद्यान्न उपलब्ध कराने की बात कही थी। उनके निर्देश के बाद पुन: खाद्यान्न मिला तो शुरू करा दिया गया है। उन्होंने समूह की व्यवस्था करने की बात कही है, लेकिन अभी तक समूह की व्यवस्था नहीं हुई है।