सप्ताह भर में नहीं मिला पानी तो, करेंगे मतदान का बहिष्कार-एकजुट हुए ग्रामीण।
देवराज चौहान सुदर्शन टुडे
राजगढ़। खिलचीपुर जनपद के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत अमानपुरा के सभी गावो के ग्रामीणों ने शुक्रवार को एकजुट होकर निर्णय लिया है कि सात दिवस के भीतर अगर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं हुई तो आने वाले लोकसभा चुनाव के मतदान का बहिष्कार पंचायत के लोग सर्वसहमति से मिलकर करेंगे। क्योंकि कुछ महीने पहले भी पंचायत के लोगों ने पीने के पानी की समस्या को लेकर संबंधी विभाग को अवगत कराया गया था। लेकिन विभाग के द्वारा अभी तक कोई उचित निर्णय नहीं लिया गया है। क्योंकि अभी तक भी ग्रामीण दूषित पानी पीने के मजबूर है।विभागीय एवं ठेकेदारों की लापरवाही बनी परेशानी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर घर में नल लगाकर शुद्ध पानी देने का सपना भले ही कुछ गांव में पूरा हो गया हो लेकिन अभी भी जिले के कई गांव ऐसे बचे हुए है जहां आज भी नल से पानी नहीं मिल रहा। साथ ही कई ऐसे गांव हैं जहां नल लगाने के बहाने पहले से बनी सीसी सड़कों को खोदकर वहां बीच में नालियां बना दी और उसमें आज तक कनेक्शन नहीं होने के कारण मिशन को फेल किया जा रहा है। क्योंकि खुदाई के बाद मलवा भी ठेकेदार द्वारा वहीं छोड़ दिया गया और ना ही उस पर किसी प्रकार की कोई सीसी कराई गई। इससे जहां ग्रामीण परेशान हो रहे है।खिलचिपुर जनपद के अमानपूरा का मामला। खिलचीपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत अमानपुरा एव देवपुर, छतरपुरा के साथ ही अन्य गांवों में कुंडालिया नल जल परियोजना के माध्यम संबंधित ठेकेदार के द्वारा लाइन तो बिछा दी है लेकिन अभी तक लाइन बिछाने के बाद ठेकेदार द्वारा खुदी हुई सीसी को गड्डो में ही छोड़ रखा है। साथ ही बिछाई गई लाइन से अभी तक कनेक्शन को भी नही जोड़ा गया जबकि इससे पहले काफी संघर्ष के बाद ग्राम पंचायत के द्वारा नाली का निर्माण करवाया गया था लेकिन फिर से जल जीवन मिशन की लाइन बिछाने के माध्यम से तोड़ी गई सीसी को आज तक किसी ने जोड़ने का प्रयास भी नहीं किया है। जिसके कारण ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ ही रहे ऊपर से कीचड़ से भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।मतदान का करेंगे बहिस्कार। शुक्रवार को ग्रामीणों ने पंचायत बिठाकर निर्णय लिया कि अगर सात दिवस के भीतर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं हुई एवं ठेकेदार द्वारा तोड़ी गई सीसी को सही नहीं करवाया तो आगामी लोकसभा चुनाव के मतदान का बहिष्कार करेंगे। प्रदेश टुडे की टीम द्वारा ग्रामीणों से चर्चा की तो उनका कहना था कि पानी की कमी के कारण सुबह-सुबह अन्य गांव से जाकर पानी की व्यवस्था करनी पड़ती है और कई बार तो दूषित एवं मटमैला पानी पीने को मजबूर रहते हैं जिसके कारण बच्चों को कई प्रकार की पानी से संबंधित बीमारियां भी होने लगी है। ग्रामीणों का कहना है कि एक तरफ राजगढ़ जिले में बड़े-बड़े डैम सरकार के द्वारा बनवा दिए गए हैं लेकिन हमारे गांव के साथ ऐसा भेदभाव क्यों यही समझ से परे है। क्योंकि इससे पहले भी दर्जनों बार ग्रामीणों ने एवं पंचायत के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को एवं संबंधित विभाग को अवगत कराया है लेकिन उनकी तरफ से किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही देखने को नहीं मिली बस पंचायत के लोगों को आश्वत किया जाता है। लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की पीने के पानी की व्यवस्था होती दिखाई नहीं दे रही है इसलिए पूरी ग्राम पंचायत के लोगों ने सरपंच देवीलाल,दुलेसिंह मनोहर लाल ,विष्णुसिंह आधी को बिठा कर इस भीषण गर्मी में पानी की समस्या को देखते हुए मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है।
वर्जन-
आपके माध्यम से जानकारी मिली है जिन गांवों में आप बता रहे हैं वहां पर तत्काल टीम भेज कर दिखावाता हूं जल्द ही ग्रामीणों को नल से पानी भी मिलेगा और उनकी अन्य समस्या का समाधान भी किया जाएगा। मैं पूरे मामले को समझ कर फिर आपसे बात करता हूं।अरविंद कुमार धाकड़ डीजीएम जल निगम राजगढ़।