सुदर्शन टुडे राजगढ़
राजगढ़/ब्यावरा। स्थानीय सरस्वती शिशु मंदिर में चल रहे दिशा बोध शिविर में द्वितीय दिवस के मुख्य वक्ता, विद्यालय समिति के सह सचिव मुकेश सेन के द्वारा छात्र छात्राओं को भारत के स्वर्णिम इतिहास एवं अतीत से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारा भारत प्राचीन समय मे सोने की चिड़िया के नाम से जाना जाता था विदेशी लोग हमारी पुण्यभूमि भारत में शिक्षा प्राप्त करते आते आते थे। यहां पर नालंदा एवं तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय का नाम पूरे विश्व में जाना जाता था। उन्होंने आगे कहा कि मैंकाले द्वारा भारत की शिक्षा एवं संस्कृति को चोट पहुंचाई गई। भारत पर अंग्रेजों ने भी शासन किया और हमारी संस्कृति को नष्ट करने की चेष्टा की। पर वे हमारी भारतीय संस्कृति को नष्ट नहीं कर सके। उन्होंने आगे कहा है कि भविष्यकर्ताओं के अनुसार ऐसा समय भी आएगा कि भारत की ओर पूरा विश्व आशा भरी दृष्टि से देखेगा। भारत फिऱ सबका मार्गदर्शन करेगा।रेलवे स्टेशन एवं अस्पताल का किया भ्रमण-दिशा बोध शिविर के द्वितीय दिवस द्वितीय सत्र में छात्र छात्राओं द्वारा सिविल चिकित्सालय एवं रेलवे स्टेशन कार्यालय का अवलोकन किया गया। जहां उन्होंने विभिन्न प्रकार की जानकारियां प्राप्त की। साथ ही वहां होने वाली कार्रवाई को भी जाना। इस अवसर पर वाद विवाद प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में श्रम साधना कार्य के पश्चात् कार्यक्रम का समापन हुआ। गौरतलब है कि व्यक्तित्व विकास के लिए विद्यालय में तीन दिवसीय दिशा बोध शिविर का आयोजन किया जा रहा है।