जिला ब्यूरो चीफ रिमशा खान
सिरोंज। नगर में आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेषान हैं। मुख्य बाजार हो या चौक-चौराहा,मोहल्ला सभी जगह इन्होने अपना बसेरा बना लिया है। यह किसी भी बाइक चालक के पीछे भौंकते हुए दौड़ जाते हैं। बच्चे तो अक्सर आवारा कुत्तों का षिकार होते रहते है। कई बार तो आवारा कुत्तों से बचने के लिए बच्चे इस तरह जान बचाकर भागते हैं कि या तो वह दूसरे वाहनों से भिड़ जाते है या फिर सड़क पर ही गिर जाते है। आए दिन इस तरह की घटना का होना आम बात हो गई है।
वैसे तो नगर के हर इलाके में आवारा कुत्तों का खौफ है,लेकिन सबसे डेंजर प्वाइंट भवानी नगर,नयापुरा, बड़ापुरा, ढाल बाजार,कस्टम पथ से लेकर छत्रीनाका तिराहा शामिल है। रात के 8 बजे तक शहर की सड़कों पर मटरगष्ती कर रहे आवारा कुत्ते शांत रहते है,लेकिन उसके बाद उनका स्वरूप व मिजाज बदल जाता है। सावधानी नही बरतने पर काट भी लेते है।
झुंड में खड़े कुत्तों से लगता है डर – नगर में इन दिनो आवारा कुत्ते के झुंड में खड़े अक्सर दिखाई दे जाते है। जिनकी संख्या चार पांच नही बल्कि दस से बारह के बीच होती है। ऐसे में स्कूल जाने वाले छात्र-छात्राओं को साइकिल या पैदल आते-जाते समय इन्हे देखकर डर लगा है। कई बार यह कुत्ते आपस में लड़ने लगते है,जिससे सड़क से निकलने वाले वाहन चालाकों को वाहन खड़े करना पड़ते है। छात्र देवेन्द्र प्रजापति,अंषु पंथी आकाष ने बताया कि सुबह प्रतिदिन कोचिंग जाते है। हम लोगों को आते-जाते समय रास्ते में खड़े कुत्तों के झुंड से डर बना रहता है।