रायसेन।जिला मुख्यालय पर हुए फोरलेन सड़क चौड़ीकरण और पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन निर्माण में भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के चलते पीडब्ल्यूडी और पीआईयू के अधिकारियों पर सस्पेंड की कार्रवाई हुई।हम आपको यह बता दें कि गुरुवार को इन निर्माण कार्यों की जांच करने आए पीडब्ल्यूडी के पीएस सुखवीर सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने सड़क मटेरियल के जांच सैंपल लिए थे। जिनकी जांच तथा मौके पर निर्माण की स्थिति देखने के बाद सस्पेंड की यह कार्रवाई की।
मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग संजय मस्के ने यह निलंबन के आदेश जारी किए। जिसमें ग्राम पंचायत सेमरा से कालीटोर तक सात किमी लंबी सड़क, ब्यावरा माना से बिलेंटा तक 5.38 किमी सड़क, रायसेन शहर में गोपालपुर से जेल पठारी तक 6.6 किमी सड़क लागत 23 करोड़ रुपये तथा कलेक्ट्रेट कॉलोनी में सड़क के निर्माण में गुणवत्ता में कमी पाई गई है।जिस पर तत्कालीन पीडब्ल्यूडी एसडीओ सरदार परमजीत सिंह को दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। फिलहाल एसडीओ परमजीत सिंह विदिशा लोनिवि में पदस्थ थे।इसी तरह इन्ही निर्माण कार्यों में पीडब्ल्यूडी उपयंत्री आरसी बिटोलिया को भी निलंबित किया गया है।
इसके अलावा पॉलिटेक्निक कॉलेज भवन के विस्तारीकरण में सेंटरिंग शटरिंग की गुणवत्ता मापदंड के अनुरूप नहीं मिलने, कॉम्पेक्शन और वायब्रेशन की कमी, एक्सपेंशन ज्वाइंट सेलीटेक्स एक्सपेंशन शीट की जगह थर्मोकॉल का उपयोग करना पाया गया।इसके अलावा भवन निर्माण में अन्य खामियां पाई गईं। जिन पर पीआइयू के सहायक परियोजना यंत्री एके कासीव तथा परियोजना यंत्री सिविल आमोद कुमार दुरापे को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। जबकि लोनिवि/पीआइयू सहायक यंत्री पीके झा को शोकाज नोटिस जारी किया गया है। उनसे 15 दिन में जबाब मांगा गया है।