अंत्योष्टी राशि के लिए ढ़ाई साल से भटक रहा बेटा
रामेशवर लक्षणे बैतूल
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री की जन कल्याणकारी संबल योजना के अंतर्गत जन्म से लेकर मृत्यु तक की योजना है इसी योजना के अंतर्गत गरीब व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसे अंत्योष्टी सहायता राशि 5000 हजार रुपए पंचायत द्वारा दिए जाने का प्रावधान है। परन्तु ग्राम पंचायत द्वारा गरीब परिवार को आज तक पांच हजार रुपए नहीं दिए। मामला आठनेर ब्लाक के अंतर्गत आने वाली बोथी पंचायत के ग्राम कोकाढाना निवासी मृतक श्यामजी उईके जिनकी मृत्यु 7 जुन 2019 को हुई। बेटे द्वारा संबल कार्ड, बीपीएल कार्ड, सहित सभी कागज कार्यवाही कर पंचायत सचिव को दे दिए थे परन्तु आज तक परिवार को अंत्योष्टी सहायता राशि प्रदान नहीं की गई।
*बेटे ने पंचायत सचिव पर राशि गबन का लगाया आरोप*
शासन की योजनाओं को पलीता लगाने और भ्रष्टाचार करने का यह कोई नया मामला नहीं है। सब गोलमाल है भाई की तर्ज नजर आता यह मामला बोथी पंचायत का है।कोकाढाना निवासी सोनू उईके आदिवासी जो मेहनत मजदूरी कर अपनी आजीविका चलाता है।सोनु उईके ने पुर्व पदस्थ पंचायत सचिव लखखू कासदेकर पर अंत्योष्टी सहायता राशि 5000 हजार रुपए गबन करने का आरोप लगाया। और बताया कि मै बीपीएल कार्ड धारी हूं मेरे परिवार का संबल कार्ड भी बना है जिसमें पिता का नाम दर्ज है। जिसके अंतर्गत मुझे शासन के पांच हजार मिलना चाहिए थे परन्तु आज तक नहीं मिल पाए। आज ढाई साल हो गए जब भी सचिव को राशि के लिए कहा तो मुझे एक ही जवाब मिला कि आपके पैसे मैं दे दूंगा। वहीं सोनू उईके की मानें तो राशि निकल चुकी और सचिव ने हज़म भी कर ली अब राशि देने से इंकार कर रहा है
*जनपद सहित 181 पर शिकायत दर्ज*
कोकाढाना निवासी सोनू ने दर्जनों बार पांच हजार रुपए के लिए आवेदन कर दिए परन्तु आज तक सोनू को कोई अधिकारी संतुष्ट नहीं कर पाया एक गरीब के लिए पांच हजार कितने मायने होते हैं यह सोनू की ललक से पता चलता है। जो ढाई साल से पांच हजार के लिए जनपद पंचायत के चक्कर काट रहा है। अभी हाल में फिर एक बार आठनेर जनपद सीईओ को आवेदन देकर कार्यवाही की मांग की तो वहीं 181 पर भी गुवाहर लगाई। परन्तु कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सोनू उईके ने पंचायत सचिव और जनपद अधिकारी की मिली भगत होने के आरोप लगाते हुए कहा कि इसी कारण से हम गरीबों का हक सचिव आसानी से डकार लेते हैं।