संवाददाता , नर्मदापुरम
नर्मदा नदी किनारे किले पर बना सेल्फी पॉइंट
नर्मदापुरम (होशंगाबाद ) शहर का नाम मांडू के राजा हुशंगशाह गौरी के नाम पर पड़ा था जो अब नर्मदापुरम हो गया है । नर्मदा किनारे हुशंगशाह गौरी का पुराना 15वी सदी का ऐतिहासिक किला है इसे अब नगरपालिका द्वारा 40 लाख रुपए से पर्यटकों और शहर के लोगों के लिए संवारा जा चुका है। किले परिसर में एक पार्क बना है। लोगों के बैठने के लिए कुर्सियां लगी हैं। किले को पर्यटक स्थल बनाया गया है। इसमें सेल्फी प्वाइंट भी बन गया है। जिसका नर्मदा व्यू देखते ही बनता है यहाँ अक्सर लोग सेल्फी लेने पहुंचते ही
प्रशासन द्वारा किले की तश्वीर ही बदल दी गई
हुशंगशाह के किले की तस्वीर ही बदल गई है। पहले यहां लोगों को जाने में डर लगता था लेकिन अब इसे देखने लोग दूर-दूर से पहुंच रहे हैं। किले में अंदर कमरों को भी अपडेट किया जा चुका है।किले के ऊपर सेल्फी पॉइंट तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां भी बन चुकी हैं।
किला अब सेल्फी केंद्र बन गया है। सेल्फी में मां नर्मदा का किनारा और तट पर भी नजर आता है।
इतिहासकारों द्वारा बताया गया है कि भवानी प्रसाद मिश्र ने किले के ऊपर ही चट्टानों पर बैठकर सन्नाटा नाम की कविता लिखी थी। साहित्य के क्षेत्र में यह कविता बहुत प्रसिद्ध रही है।
हुशंगशाह गौरी के किले तक नर्मदापुरम मुख्यालय से 3 किलोमीटर 10 मिनिट में इटारसी रेलवे जंक्शन से 18 किलोमीटर 35 से 45 मिनिट में एवं हवाई मार्ग भोपाल से सड़क मार्ग 105 किलोमीटर दूर आसानी से इस स्थान तक पहुंचा जा सकता है