पथरिया
बाजार बंद के साथ नगर के पारसनाथ दिगंबर जैन बड़े मंदिर से सम्पूर्ण जैन समाज के हजारों श्रद्धालुओं के साथ साथ नगर के कई सामाजिक, धार्मिक, राजनेतिक लोगो ने झारखंड सरकार के विरोध में विशाल जलूश के साथ नगर में मुख्य मार्गो से चलते हुए हाँथ में बोर्ड लिये विरोध के नारे लगाते हुए छोटे बच्चे बालक,बालिकाओं के साथ महिलाएँ, पुरूष वर्ग धार्मिक वेशभूषा में काले रिविन लगाए हुए चल रहे थे।श्रद्धालुओं की संख्या इतनी अधिक थी कि 1 किलोमीटर दूर तक सिर्फ सिर ही सिर्फ नजर आ रहे थे।वही श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर के संत भवन में विराजमान मेडिटेशन गुरु मुनि श्री 108 विहसन्त सागर जी भी विशाल जलूश में सम्मिलित होकर बण्डा तिराहा स्थित जैन मंदिर पहुँचे वही जनसमूह को मंगल उदबोधन दिया उन्होंने कहा 20 तीर्थंकर भगवानों की निर्वाण स्थली एवं करोड़ो मुनियों की तपोभूमि का कण कण पावन है हमारी आस्था एवं श्रद्धा के केंद बिंदु पर सरकार की तानाशाही बर्दास्त नही होगी जैन समाज का भारत की सरकार के लिए महत्वपूर्ण योगदान है लगभग 25%जीएसटी हम प्रदान करते हैं अनेको अनेक अस्पताल, गौशाला, विद्यालय,अनाथालय, वृद्धाश्रम हमारी समाज द्वारा संचालित होते हैं लेकिन सरकार हमारी ही धार्मिकता को नुकसान पहुंचाना चाहती है जोकि कदापि उचित नही है।कार्यक्रम का संचालन कर रहे रोहित जैन ने बताया यह विरोध प्रदर्शन सम्पूर्ण भारत में ही नही विदेशों तक मे हो रहा है जब तक झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन स्थल के आदेश को रद्द नही किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।मंदिर से पुनःजन समूह पंक्तिबद्ध होकर अनुविभागीय कार्यालय पहुंचा जहाँ तहसीलदार महोदय के लिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय वनमंत्री एवं झारखंड के मुख्यमंत्री,राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।साथ ही राष्ट्रपति से अनुरोध किया अविलंब हमारी माँगे पूरी की जाए नही तो आमरण अनशन शुरू की जाएगी।