तेंदूख्ेाड़ा- कार्तिक मास की पूर्णिमा का अपना एक अलग महत्व है। पूरे कार्तिक मास भर महिलाओं के द्वारा प्रातःकाल स्नान कर पूजन अर्चन किया जाता है। तथा पुण्य सलिला मां नर्मदा के पावन तट पर स्नान पूजन कर परायण किया जाता है। बड़ी संख्या मे श्रद्धालु महिलायें अपने अपने साधनों या पैदल जाती है। विशेष तौर पर पड़ोसी सागर जिले के आदिवासी ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी दूर दूर से श्रद्धालुगण मां नर्मदा के विभिन्न घाओं पर पैदल पंहुचते है। तेंदूखेड़ा से होकर निकलने वाले इन सभी पैदल यात्रियों को जगह जगह भोजन स्वल्पाहार चाय पानी एवं ठहरने की व्यवस्था भी की जाती है। यह सिलसिला एक दिन पूर्व से ही प्रारंभ हो जाता हैै। इस बार चंद्रग्रहण पड़ने पर श्रद्धालु नर्मदा मे स्नान करने के लिये बड़ी संख्या मे पंहुचेंगे।
महिलाआंे ने किया पूजन अर्चन
कार्तिकमास स्नान कर रहीं महिलाओं के द्वारा गत दिवस भक्तिभाव के साथ पूजन अर्चन किया। स्मरण रहे कि उक्त सभी महिलायें प्रातःकाल उठकर मौन धारण कर स्नान उपरांत सामूहिक रूप से पूजन किया करती थी ग्रहण को देखते हुये वेकुण्ठ चर्तुदशी पर महिलाओं के द्वारा पूजन अर्चन कर कार्तिक मास की पोथी सुनकर परायण किया।