जिला ब्यूरो रूपेन्द्र राय
निवाड़ी – दमोह जिले के देहात थाना क्षेत्र के देवरान गांव में जिस ढंग से दबंगों ने पहले गोली मारकर फिर पत्थर पटक कर घमंडी अहिरवार, राजप्यारी अहिरवार और मानक लाल अहिरवार की हत्या की, इसकी सुर्ख़ियों से पूरा दलित समाज आक्रोशित है, इस घटना से आक्रोशित बसपा के पदाधिकारियों ने पार्टी के सेंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ निवाड़ी कलेक्टर को राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष एड. संजय सूर्यवंशी ने किया। ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि आज जब पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो क्या मध्यप्रदेश शासन और भारत सरकार के पास इसका कोई समाधान है इस प्रकार के आतताइयो में कानून का भय पैदा हो सके कुछ महीनों पहले सिवनी जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के एक गांव में 2 आदिवासियों की भी इसी तरह पीट कर हत्या कर दी गई थी एवं भिंड जिले के रामगढ़ में कुछ दिनों पहले एक दलित बच्ची की हत्या की गई थी साथी ही सैकड़ों घटनाए छुपी नहीं है प्रश्न उठता है कि आखिर मध्यप्रदेश सरकार की इतनी मूकदर्शक क्यों बनी हुईं है। ऐसी स्थिति में पुलिस थाने अपराधियों को बचाने की जुगत में लग जाते हैं केवल एक अपराधी को गिरफ्तार करती है और शेष को भाग देती है सबूत ऐसे गढ़ती है कि कोर्ट में अपराधी निर्दोष छूट जाते हैं कुल मिलाकर बहुजन समाज पार्टी का विश्वास मध्यप्रदेश शासन से उठ चुका है के मामलों को ठीक बही बर्ताव करें जैसा एक जघन्य अपराधो में होना चाहिए एक माह करना पड़ा दो ना होना चाहिए एक माह के भीतर ही मामले को न्यायिक जांच कराकर तत्काल आरोपियों को फांसी देना सुनिश्चित किया जाए जिसमें अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के लोगो को इस प्रकार की शक्ति से ही कानून का राज और सच्चा संदेश जा पाएगा। साथ ही प्रदेश पीड़ित परिवार को एक करोड़ का मुआवजा एवं शहर के बीचो-बीच आवाज सहित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी शीघ्र प्रदान करें।ज्ञापन में मुख्य रूप से अनिल रवि जोन प्रभारी ग्वालियर, एड. संजय सूर्यवंशी जिलाध्यक्ष बसपा निवाड़ी,प्रवेन्द्र अहिरवार जिला महासचिव,गोविन्द बौद्ध प्रभारी पृथ्वीपुर,सूरज अहिरवार प्रभारी निवाड़ी,गनेश प्रसाद अध्यक्ष पृथ्वीपुर,राजकुमार सूर्यवंशी महासचिव, देवकीनंद अनिल, राजेश, हरदयाल, मेहरवान, हरिनारायण, भगवानदास, दसरथ, अंकित, रोहित, ऋषिकांत, सचिन पंकज, कुलदीप, रवि अहिरवार किशोरपुरा,कपिल पुष्पेंद्र, शोभाराम, ऋषिकांत, उमेश, रोहित पृथ्वीपुर, विजय केवट, मोहन कुशवाहा, अजय यादव, महेश यादव, गंभीरे कुशवाहा आदि सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल रहे।