बैतूल सुदर्शन टुडे ब्यूरो चीफ राहुल नागले
बैतूल।शिक्षा विभाग के स्कूल भगवान भरोसे हैं। प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती बच्चों को पढ़ाने के लिए की गई लेकिन जिले के ग्रामीण अंचलों में स्थित सरकारी स्कूलों से शिक्षकों के गायब रहने और मनमर्जी से ड्यूटी को लेकर स्वयं जिला कलेक्टर तक सख्त नाराजगी व्यक्त कर चुके हैं। इसके बावजूद शिक्षकों का न रवैया बदल रहा है और ना ही वे नियमानुसार अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। यही नजारा मंगलवार को ग्राम खेड़ीकोर्ट के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में देखा गया। जनप्रतिनिधि और ग्रामीण जब स्कूल पहुंचे तो आधे शिक्षक स्कूल से नदारद थे। उन्होंने इसका पंचनामा बनाया है। मामले की शिकायत भी की जाएगी।प्राप्त जानकारी के मुताबिक ग्राम खेड़ीकोर्ट के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में मंगलवार को ग्राम पंचायत की सरपंच सुनीता, उप सरपंच पूजा, अश्विन पांसे, मोनू करोले पटेल, अविनाश खंडाग्रे, सुनील गायकवाड़, राजू पंडाग्रे, उमेश गायकवाड़, अनिल गायकवाड़ , गजेंद्र गायकवाड़, गिरीश देशमुख समेत अन्य ग्रामीण निरीक्षण करने पहुँचे। इस दौरान उन्होंने देखा स्कूल में पदस्थ 10 शिक्षकों में से 5 शिक्षक ही विद्यालय पहुँचे। शेष 5 शिक्षक स्कूल से नदारद थे। जिसके कारण बच्चों की पढ़ाई में बाधा हो रही थी।