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पुलिस बैठी रही, पिता लाया बेटे की मौत का सबूत:SHO ने कहा था- 12वें के बाद आना; पिता ढूंढ लाया लाश ठिकाने लगाने का वीडियो 

अखिल कुमार गुरदैनिया राजस्थान जयपुर

19 साल के बेटे की मौत ने परिवार को खत्म कर दिया। अंतिम सफर में कंधा देने वाले बेटे को उसके पिता ने ही मुखाग्नि दी। पिता कहता-कहता थक गया कि बेटे की हत्या हुई है मरा नहीं। मर्डर की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पिता जयपुर के करधनी थाने के चक्कर काटता रहा। पुलिस बैठी रही। जल्दी क्या है। कहकर टरकाती रही। कहा- बेटे का 12वां करके आना। उसके बाद जब भी आए आकर रिपोर्ट दर्ज करवा जाना। हत्या की रिपोर्ट दर्ज करने की कहने पर धमकाना तक शुरु कर दिया।

आखिर बेटे की मौत का इंवेस्टिगेशन पिता ने शुरु किया। लाश मिलने की जगह पर आसपास के लोगों से जानकारी लेने और CCTV फुटेज से क्लियर हुआ। उसके बेटे की मौत साधारण नहीं थी। दोस्तों ने मर्डर कर बेटे के शव को ठिकाने लगाने के लिए फेंका था। बेटे की हत्या के सबूत पुलिस अफसरों को दिखाए। पुलिस अफसरों की फटकार के बाद करधनी थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।

मृतक के पिता अजीत सिंह शेखावत ने बताया- ‘5 जून की शाम करीब 4 बजे बेटा रविन्द्र घर से बचपन के दोस्त आर्यन के घर जाने की कहकर निकला था। शाम करीब 6:30 बजे तक वापस घर नहीं आया। उसे ढूंढते हुए मैं निवारु रोड पहुंचा। रविन्द्र का दोस्त आर्यन अपने दोस्त के साथ मिला। बेटे के बारे में पूछने पर उसने रविन्द्र से मिलने की बात से इंकार कर दिया। अगले दिन 6 जून को भी घर नहीं आया। बेटे को अपने स्तर पर ढूंढने निवारु रोड नांगल जैसा बोहरा तक गया। आर्यन को पूछने के लिए कॉल किया तो उसने मोबाइल नंबर को ब्लैक लिस्ट में डाल दिए। 7 जून करीब 9:30 बजे बेटे की लाश नागंल जैसा बोहरा स्थित निर्मल वाटिका में रोड किनारे खेत में पड़ी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मॉच्यूरी भिजवा दिया।

बार-बार कॉल कर लेने लगी जानकारी अजीत सिंह शेखावत ने बताया- रविन्द्र की लाश मॉच्यूरी में रखी थी। 7 जून की शाम को आर्यन की मां ने कॉल कर पोस्टमार्टम के बारे में पूछा। अभी नहीं होने पर कॉल काट दिया। अगले दिन सुबह कांवटिया में पोस्टमार्टम करवाने के दौरान दोबारा कॉल कर पूछा। मेरे पोस्टमार्टम नहीं होने की बताने पर कॉल काट दिया। तीसरी बार कॉल कर पूछा दाहसंस्कार के लिए गांव रवाना हो गए। बार-बार कॉल करने को लेकर उसको मुझे शक हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बेटे की मौत का खुलासा नहीं हुआ। बिसरा रिपोर्ट के लिए पुलिस ने इंतजार करने की कहकर मामले को शांत कर दिया।

पिता ने कहा- अंतिम संस्कार के तीन दिन बाद SHO बनवारी लाल को कॉल किया। उन्होंने पहले बेटे का 12वां करने को कहा। उसके बाद जब भी आए आकर रिपोर्ट दर्ज करवा जाना। 22 जून को थाने जाकर पुलिस से मिले। FIR दर्ज करने की कहा तो ये कहकर टकरा दिया कि रिपोर्ट तो पहले ही दर्ज हो रखी है। जिसके बाद 25 जून के बाद 3-4 बार थाने के चक्कर लगाने पर भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की।

खुद पिता सबूत जुटाने के लिए घूमा पिता अजीत का कहना है कि जब पुलिस ने नहीं सुनी तो खुद ही बेटे रविन्द्र सिंह की मौत की गुथी सुलझाने के प्रयास में जुट गया। पुलिस ने उसे बताया था कि जिस खेत में बेटे की लाश मिली, शव वहां पिछले दो दिन से पड़ा था। वहां आसपास के लोगों से जानकारी ली। पता चला कि उस खेत में मजदूर काम करते हैं। लाश मिलने वाली जगह के पास रहने वाली महिला ने 6 जून की शाम को पानी पीने के लिए मजदूरों को जग दिया था। देर शाम मजदूर खेजड़ी भरकर ले गए थे। इसके बाद उसने खेत किनारे गोबर पटका था, लेकिन तब तक कोई डेडबॉडी वहां नहीं पड़ी थी। पड़ोसी महिला ने उसे ये भी बताया कि रात 1 बजे तक हम जागते है, जब तक कुछ ऐसा नहीं था। सुबह उठने पर उसे एक लड़के की लाश दिखी तो उसने सबको बताया।

अजीत ने बताया- डेडबॉडी मिलने वाली जगह से करीब 50 मीटर दूर लगे सीसीटीवी फुटेज को देखा। इसमें देर रात करीब पौने चार बजे दो बाइक पर 5 लोग नजर आ रहे है। आगे चल रहे बाइक सवार ने बेटे की लाश को खुद के बांध रखा है। पीछे-पीछे बाइक पर उसके तीन साथी चल रहे है। बेटे की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए बांधकर ले जाते दिखाई दे रहे है। लाश ठिकाने लगाने वाले उसके दोस्त ही है।

इसके बाद 5 जुलाई को एडि. डीसीपी रामसिंह से मिले। सबूत दिखाकर बेटे की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा। एडि.डीसीपी रामसिंह के कॉल करने पर सोमवार करधनी थाने में मर्डर की धारा में मामला दर्ज किया गया।

करधनी थाने के एसएचओ बनवारी लाल मीणा का कहना है कि पुलिस प्रथमदृष्टया जांच में नशे की ओवर डोज से मौत होना सामने आया था। मृतक नशे का आदी था। वह नशा मुक्ति केंद्र भी गया था। मर्डर का शक होता तो हम खुद ही मामला दर्ज कर लेते। मामला दर्ज कर जांच की जा रही थी। पिता की शिकायत मिली तो मर्डर में मामला दर्ज कर लिया है। पहले भी जांच की जा रही थी, अब भी जांच कर ली जाएगी। जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। शव मिलने के दौरान हमने जांच भी की थी, लेकिन हमें ऐसा लगा नहीं।

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