बदनावर। प्रसिद्ध दिगंबर जैन आचार्य 108 श्री विद्यासागर जी महाराज के संयम जीवन में आचार्य पदारोहण में उनके स्वर्णिम 50 वे वर्ष के दौरान देश के विभिन्न प्रांतों से उनके जीवन पर आधारित विशेष आवरण के एक वृहद श्रंखला भारतीय डाक विभाग द्वारा जारी कि गई जो कि अपने आप में एक कीर्तिमान है।
विश्व इतिहास में किसी देश के एक व्यक्तित्व और उसके कृतित्व पर डाक विभाग द्वारा अनुमोदित सर्वाधिक विशेष आवरण का रिकॉर्ड जैन संस्कृति के दिगंबर जैनाचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के नाम स्थापित होने जा रहा है. भारत के विभिन्न राज्यों में बसे आचार्य श्री के अनुयायियों द्वारा गुरुदेव श्री के आचार्य पदारोहन स्वर्ण जयंती वर्ष को स्मरणीय बनाने हेतु भारत के विभिन्न शहरों से 125 से अधिक प्रकार के विशेष आवरण जारी हो चुके है और आगे और भी 22.11.2022 तक होते रहेंगे. अब तक जारी ये आवरण मध्यप्रदेश के अलावा छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, पणजी गोवा,हिमाचल प्रदेश, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, आसाम, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, उत्तरप्रदेश आदि प्रदेशों से जारी हुए हैं।नगर के डाक टिकट संग्रहाक ओम पाटोदी के संग्रहण में आचार्य श्री पर हाल ही में जारी हुए लगभग 125 से अधिक विशेष आवरण में से 108 विशेष आवरण संग्रहित हो चुके हैं। वही पाटोदी के संग्रहण में आचार्य श्री पर पूर्व में भी जारी विशेष आवरण मिलाकर लगभग 150 विशेष आवरण संग्रहित है किसी भी डाक टिकट संग्रह कर्ता के पास किसी एक व्यक्ति विशेष से जारी इतनी बड़ी मात्रा में विशेष आवरण का संग्रहण होना अपने आप में एक बड़ी बात है।
उनके संग्रहण में इतनी बड़ी मात्रा में आचार्य श्री पर विशेष आवरण के संग्रहण के संबंध में जानकारी लेने पर इस संबंध में पाटोदी ने बताया कि इतना बड़ा संग्रहण उनके पास राजनंदगांव छत्तीसगढ़ निवासी, समाजसेवी एवं गौभक्त श्री तेजकरण जैन के अथक प्रयासों से हो सका। इस उपलब्धि हेतु तेजकरण जी जैन के प्रति आभार व्यक्त किया गया ।डाक टिकटों एवं डाक सामग्रियों के संग्रहकर्ताओं के द्वारा इन विशेष आवरण का संग्रह कर समयानुसार आयोजनों में प्रदर्शित भी किया जाता है. जैन धर्म पर आधारित इन सामग्रियों के संकलनकर्ताओं की राष्ट्रीय संस्था जैनिज्म फिलाटेली ग्रुप के सदस्य भी करते हैं. इस संस्था के सदस्यों ने इन सारी सामग्रियों को एकत्र करने का अभिनव प्रयास किया इस कड़ी में संस्था के राष्ट्रीय समन्वयक तेजकरण जैन, राजनांदगांव ने आचार्य श्री 108 विद्यासागर जी महाराज के रिकॉर्ड 108 विशेष आवरण एकत्रित करते हुए पूरे भारत मे फैले संस्था के रिकॉर्ड 108 सक्रिय सदस्यों को पोस्ट द्वारा वितरित करने का रिकार्ड स्थापित करने जा रहे हैं। जैन फिलाटली मालवा रिज़न कै सदस्य ओम पाटोदी, जयंत डोसी आदि द्वारा इस उपलब्धि हेतु तेजकरण जी जैन को शुभकामनाएं प्रेषित कि गई ।