मजदूरों को अपने हक अधिकार प्राप्त करने के लिए संगठित होने की जरुरत: सुखमनी लकड़ा
लोहरदगा जिले के किस्को प्रखण्ड अंतर्गत किस्को चौक स्थित महिला भवन में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के उपलक्ष्य पर श्रमजीवी महिला समिति की ओर से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिला मजदूरों का सम्मलेन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें श्रमजीवी महिला समिति के फैसिलिटेटर सुखमनी लकड़ा एवं विलेज मोटीवेटर संतोषी कुमारी द्वारा मजदूरों के हक अधिकार पर जानकारी दी गई। वहीं सुखमनी लकड़ा ने अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के इतिहास पर प्रकश डालते हुए कहा कि मजदूर दिवस पुरे विश्व में महिला एवं पुरुष मजदूरों के सम्मान में उनकी सुरक्षा एवं समृद्धि के लिए मनाया जाता है। यह दिवस प्रत्येक वर्ष 1 मई को समारोह पूर्वक मनाया जाता है। इस दिन मजदूरों के अधिकारों एवं उनकी सुरक्षा को लेकर विश्व के 80 देशों में इस दिन अवकाश रहता है। साथ ही श्रमिकों को मजदूर दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज हम सब लोग जो इस दिवस को मना रहे है, इस दिन के लिए कई मजदूरों ने अपनी जान गंवाई है। सबसे पहले मजदूर दिवस 1 मई 1886 को मनाया गया था। अमेरिका में मजदूरों को 15-15 घंटे काम करना पड़ता था। इसके बाद मजदूर संगठन ने एक हड़ताल की तब से 8 घंटे काम ही मजदूर को काम करना पड़ता है। इसलिए आप सभी संगठन बनाकर संगठित हो और अपने हक व अधिकार को जाने और उन्हें प्राप्त करें। साथ ही संगठन के माध्यम से की बचत भी करें। मौके पर फुलमनी उरांव, चिंतामणि, पुष्पा, सूरजमनी, सुंदरमनी, सरोज, सुरेंद्र, सुरेश, चमरा, प्रीतम सहित अन्य मौजूद थे।