राजेंद्र खरे कटनी
कटनी – हाल ही मे रीवा जिले में बोरवेल में मासूम बच्चे के गिरने की घटना के मद्देनजर कटनी जिला प्रशासन सतर्क है। कलेक्टर अवि प्रसाद ने जिले में इस तरह की कोई अप्रिय घटना न घटित हो इसलिए नगरीय निकायों, पंचायतों और राजस्व अधिकारियों को ऐहतियातन विशेष सावधानी और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा बीते साल 12 दिसंबर को जिले की संपूर्ण सीमा क्षेत्र मे खुले हुए बोर और ट्यूबवैल को तत्काल ढ़ककर बंद करने के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया गया था। साथ ही 2 अप्रैल 2023 को आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मानव जीवन की सुरक्षा की दृष्टि से सूखे कुॅये, बावड़ी और खुले बोर को बंद करने का आदेश जारी किया था। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों एवं संस्थाओं के विरूद्ध आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धाराओं एवं भारतीय दंड संहिता की धारा 188 तथा उपयुक्त कानूनी प्रावधानों की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत वैधानिक और दाण्डिक कार्यवाही की चेतावनी भी दी गई थी।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने जनहित में सुरक्षा की दृष्टि से असफल और खुला बोर तथा ट्यूबवैल तत्काल बंद कराने की हिदायत दी है।
रहें सावधान और सतर्क
कलेक्टर श्री प्रसाद ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि प्रायः नागरिकों एवं संबंधित संस्था द्वारा असफल बोरिंग और ट्यूबवैल को खुला छोड दिया जाता है। ऐसे बोर पर नजर रखें इन्हें बंद करायें। इस मामले मे सावधानी और सर्तकता बरतें। आये दिन अन्य किसी जिले से मासूम बच्चों के बोर मे गिरने की खबरें मिलती रहती है। इसलिए जनहित और सुरक्षा के मद्देनजर सावधान और सतर्क रहें।
जिले भर मे हुआ था सर्वे
कलेक्टर श्री प्रसाद ने बीते साल की अप्रैल माह में नगरीय निकायों और ग्राम पंचायतों के माध्यम से खुले बोरवेल और अनुपयोगी कुंओं का सर्वे कराया था और उन्हे बंद कराने निर्देशित किया था।
खुला न रहे बोर और ट्यूबवैल
कलेक्टर श्री प्रसाद ने पिछले साल दिसंबर माह मे इस संबंध मे प्रतिबंधात्मक आदेश जारी कर स्पष्ट तौर पर निर्देशित किया था कि जिले की सीमा क्षेत्र में खेत, खलिहान या अन्य स्थानों पर होने वाला एक भी बोर और ट्यूबवेल खुला नहीं रखा जाये। खुले बोर को तत्काल ढ़ककर बंद कराया जाये। दरअसल पर असफल बोरवेल या ट्यूबवेल होने पर इनकी केसिंग पाईप को निकाल लिया जाता है जिससे बोरवेल एवं ट्यूबवेल धस जाता है।
729 खुले बोरवेल किये गए बंद
बीते साल के दिसंबर माह मे कलेक्टर श्री प्रसाद ने सभी एस.डी.एम से खुले बोरवेलों को बंद करानें की गई कार्यवाही की जानकारी तलब की थी। जिसमें 729 खुले बोरवेलों की कैपिंग कर बंद करने की कार्यवाही की गई थी। साथ ही कलेक्टर जल जीवन मिशन सहित समय-समय पर समय सीमा की बैठकों में भी अधिकारियों को निरंतर सचेत करते रहे कि नये खुदे बोरवेल जो असफल हो जाते है उनको बंद करने की कार्यवाही निरंतर जारी रखें और इनकी सतत निगरानी रखें। कलेक्टर समय-समय पर बोरवेल खनन से जुड़ी पूरी जानकारी संधारित करने और अनुपयोगी एवं खुले बोरवेल को सुरक्षित रूप से बंद कराने के निर्देश देते रहे है। इसके साथ ही कलेक्टर ने काफी अर्से से उपयोग में नहीं लाये जा रहे कई कुंओं को भी बंद करवाया था।
इन सूखे कुंओं की हुई पुराई
कलेक्टर के निर्देश के बाद बहोरीबंद के ग्राम उत्तमपुर के 10 वर्षो से सूखे कुएं के खुले पड़े होनें और खतरे की आशंका के मद्देनजर पुरवाया गया था। वही नगर निगम क्षेत्र में माधवनगर स्थित खुले कुंए में सुरक्षा की दृष्टि से मुंडेर एवं जाली का कार्य कराया गया।
इन नंबरों पर दें सूचना
कलेक्टर श्री प्रसाद ने लोगों से अपील की है कि जिले के हर बच्चे की जिंदगी अनमोल है ऐसे मे यदि आपको जिले मे कहीं भी खुला बोरवेल एवं नलकूप दिखता है तो इसकी सूचना आपदा नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबरों 07622-220071 और 07622-220072 पर देंं।