राजेंद्र खरे कटनी
कटनी जिले के आदिवासी बाहुल्य विकासखंड ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत जिर्री अंतर्गत करीब 50 – 60 घरों की गोंड आदिवासी बसाहट वाले ग्राम अमझेर के निवासी करीब 30-35 वर्षों से लगातार यहां निवासरत हैँ प्रशासनिक एवं जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का दंश झेल रहे यहां के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से पूर्णतः वंचित हैं स्लीमनाबाद से शाहडार होकर जिर्री जाने वाले जंगली मुख्य रास्ते से करीब 6 -7 किलो मीटर अंदर इस आदिवासी बसाहट वाले गांव में दिनांक 19.03.2023 शनिवार को जब क्षेत्र क्रमांक 5 के जिला पंचायत सदस्य अजय गौटिया क्षेत्रीय भ्रमण पर इस गांव में पहुंचे तो यहां के आदिवासियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब अजय गौटिया ने पूरे ग्राम का भ्रमण किया तो विकास एवं मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर यहां के आदिवासियों की हालत देखकर दंग रह गए अमझेर गांव से लौटकर जिला पंचायत सदस्य अजय गौटिया ने जानकारी देते हुए बताया कि इस ग्राम में सड़क ना होने की वजह से मुझे यहां 5-6 किलोमीटर का सफर पैदल तय कर यहां पहुंचना पड़ा जब यहां पहुंच कर देखा तो यहां पर आदिवासी समाज बदतर हालात मे जीवन यापन करने मजबूर है सड़क पानी बिजली स्कूल स्वास्थ्य सुविधाओं शौचालय का पूर्णतः अभाव है ग्राम में सभी मकान कच्चे बने हैं यहां पर किसी को भी प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका यहां के लोग काफी दूर बेलकुंड नदी से ढ़ोकर पानी लाते हैं गर्मियों में जब नदी सूख जाती है तो नदी में ही गड्ढा खोदकर पीने एवं निस्तार हेतु पानी का उपयोग करने मजबूर रहते हैं जिला पंचायत सदस्य अजय गौटिया ने यहां के हालात देखकर व्यथित होकर कहा कि एक तरफ गौरव यात्रा एवं विकास यात्राएं निकाली जा रही है लेकिन ग्राम अमझेर के गौड़ आदिवासी भाई ना तो गौरव यात्रा से गौरवान्वित हुए ना ही विकास यात्रा से इनका विकास हुआ उन्होंने आगे कहा की ढीमरखेड़ा वैसे भी आदिवासी बाहुल्य विकासखंड है इसके साथ ही वर्ष 2008 से बड़वारा विधानसभा भी आदिवासी विधानसभा क्षेत्र घोषित हो चुका है एवं यहां का लोकसभा क्षेत्र भी आदिवासी होने के कारण सांसद विधायक सभी आदिवासी होने के बावजूद भी आज तक इस गौड़ आदिवासी बसाहट का शासन की मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना गंभीर चिंता का विषय है यहां निवासरत आदिवासी समुदाय ने जिला पंचायत सदस्य अजय गौटिया से ग्राम में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं जिस जंगली भूमि पर वे करीब 30-35 वर्षों से खेती करते चले आ रहेहैँ उस भूमि का वनाधिकार पट्टा दिलाए जाने की मांग की जिस पर श्री गौटिया ने कलेक्टर एवं डी. एफ. ओ. से मिलकर इस संबंध में नियमानुसार कार्यावाही कराने का आश्वासन दिया