विभाग की मौन स्वीकृति से बैतूल बाजार में सट्टे का कारोबार जोरो पर ।
बैतूल बाजार के चौक , मार्केट और बारवी रोड़ बस स्टैण्ड छेत्र पर सटोरियों का मानो मेला सा नजर आता है
सुदर्शन टुडे समाचार बैतूल
बैतूल बाजार :- इन दिनों सट्टे का अवैध कारोबार मुख्यालय पर जोरो शोरो से चलता दिखाई दे रहा है। सूत्र बताते है की जोरो शोरो सट्टा बाजार चल रहा है पुलिस का हफ्ता बंधा है । प्रशासन ने खुली मौन स्वीकृति दे रखी हो।जिससे पुलिस विभाग के ईमानदार अधिकारी में चांद रिश्वत खोर कर्मचारियों के कारण बदनाम हो रहे है। इसकी लगाम शासन प्रशासन के हाथ में रहने के बाद करवाई करने में पीछे रहते है। सूत्र बताते है की मुख्यालय के बाजार चौक , मार्केट , चौक और बस स्टैण्ड छेत्र पर सटोरियों का मानो मेला सा नजर आता है। ऐसा नहीं की पुलिस विभाग की गाड़ियां मौके से गुजरती नही पर गाड़ी में बैठे जिम्मेदारो को यह अवैध कार्य होते नजर ही नहीं आता या अवैध कार्य करने वालो को देखना ही नहीं चाहते , जिसको लेकर लोग पुलिस विभाग के बारे में तरह तरह की बाते कहते नजर आते है। सूत्र तो यह भी बताते है की बढ़ती हुई तकनीकी के कारण यहा पुलिस पूर्णत कमजोर है की वही पे सट्टा चलने के बाद पुलिस करवाई करेंगी या नही खुफिया तंत्र के चलते इन सट्टे के कारोबारियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। सट्टे के खुलेआम चल रहे अवैध कारोबार के चलते कई घर बर्बाद होने की कगार पर है। जिसको लेकर बताया जा रहा की विधायक ने उक्त कारोबार पर प्रतिबंध लगाने कई बार खुले मंच से पुलिस विभाग को निर्देशित भी किया गया है बौजूद उसके वर्तमान समय में सट्टे का अवैध कारोबार बेखौप चलता देखा जा सकता है। सूत्रों की माने तो जानकारी में सामने आया की पुलिस विभाग की अधिकारी तो चाहती है की सट्टे का कारोबार करने वालो को पकड़कर कार्यवाही करे , परंतु विभाग के कुछ विभीषण कार्यवाही को सफलता पूर्वक अंजाम तक पहुंचाने नही देते , और जब कही रेट डालने दल बल पहुंचने का प्रयास करता है तो इसकी सूचना पहले ही कारोबारियों को पहुंचा दी जाती है। जिससे फिर पुलिस के हाथ खाली रह जाते है। लोगो का कहना है की रिश्वत में बड़ी ताकत होती है । वही सूत्र बताते है कि लाखों रुपए के तोड़ के चलते कभी कभी कार्यवाही महज एक दो लोगो पर ही हो पाती है। यह भी सामने आया की सट्टेबाजों का रोजाना लाखो का व्यापार होता है। कई युवाओं का भविष्य बर्बाद कर चुके है ये लोग। इन लोगो को कानून या पुलिस का कोई खोफ नही। अब देखना यह होंगा की पुलिस इन सट्टेबाजों पर क्या करती है….? । या फिर कारोबार ऐसे ही चलता दिखाई देता रहेगा।