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मध्य प्रदेश

मरीजों के लिए रैफर सेंटर बना बरेली सिविल अस्पताल स्वास्थ्य सुविधाएं बेपटरी मरीजों की हो रही फजीहत

रायसेन।सिविल अस्पताल बरेली कहने को तो 50 बिस्तरी है।लेकिन यहां की स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हो जाने की वजह से इस सरकारी अस्पताल पलंगों पर भर्ती मरीजों की खासी फजीहत हो रही है।यहां के अस्पताल प्रबंधन के जिम्मेदार अधिकारी खामोश और लापरवाह बने हुए हैं।मरीजों के परिजनों ने इस मनमानी उदासीनता की शिकायतें सीएमचओ रायसेन से करना चाही तो बाद में पता चला कि उनकी माता जी देहांत होने की वजह से वह गोहद भिंड गए हुए हैं।कुल मिलाकर सिविल अस्पताल बरेली मरीजों के लिए रैफर सेंटर बना हुआ है।डॉक्टरों की कमी भी यहां एक बड़ी समस्या बनी हुई है।बताया जाता है कि प्रदेश के लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का गृह नगर है।पिछले दिनों वह उदयपुरा बरेली देवरी रूटीन दौरे पर आए और डॉक्टरों नर्सों स्वास्थ्य कर्मचारियों को अपने तीखे तेवर से वाकिफ कराया था।लेकिन इसके बावजूद बरेली सिविल हॉस्पिटल का बिगड़ा ढर्रा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।

 

बताया जा रहा है कि मध्यप्रदेश के लोक स्वस्थ एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल के गृह नगर बरेली में स्वास्थ्य सुविधाएं वेंटिलेटर पर हैं।वहीं राज्य मंत्री पटेल अपने बरेली विधानसभा क्षेत्र के हरेक सरकारी अस्पतालों का लगातार दौरे कर स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेकर डॉक्टरों को नसीहत भी दे रहे हैं। जब सिविल अस्पताल बरेली का राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने औचक निरीक्षण किया तो जमीनी हकीकत देखने को मिली । बरेली सिविल अस्पताल के सामने एक बुजुर्ग अस्पताल गेट पर बीमार पड़ा रहा और वह दर्द के मारे तड़पता रहा । वहीं ड्यूटी डॉक्टर के द्वारा दो गोली देकर किया बुजुर्ग का उपचार ।

जब मीडिया कर्मियों के द्वारा बीएमओ हेमंत यादव से संपर्क किया तो सीबीएमओ कहते हैं कि मैं बाड़ी में हूं दिखवाता हूं । 3 दिन पहले ही लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री ने बरेली सिविल अस्पताल सहित उदयपुरा ,देवरी सहित निजी अस्पतालों के निरीक्षण किया था और स्वास्थ्य अधिकारियों को सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए थे ।लेकिन सरकारी सिस्टम को कैसे सुधारेंगे राज्य मंत्री पटेल यह रोग तो काफी पुराना है।

50 बिस्तरीय अस्पताल में मरीजों को 10 पलंग भी नहीं नसीब…

चौधरी भूपेंद्र रघुवंशी ,हेमंत पटेल ,रजनीश धाकड़ बताते हैं कि कहने को तो सिविल अस्पताल बरेली 50 बिस्तरों का है।लेकिन मौजूदा समय में भर्ती मरीजों के लिए सही तरीके से 10 पलंग भी नहीं बिछाए जाते।यह सबकुछ बरेली सिविल अस्पताल के कुप्रबन्धन की वजह से हो रहा है।बरेली सिविल अस्पताल सिर्फ कागजों में ही 50 बिस्तरों का चल रहा1।मजबूरी में मरीजों को अस्पताल की गैलरी और पेड़ों के नीचे शरण लेकर रातें गुजारनी पड़ रही हैं।

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