रिमशा खान
सिरोंज। श्री देवाधिदेव मदनमोहन सरकार के दरबार में कार्तिक मास की कथा सुनने के लिए प्रतिदिन मंदिर में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड रहा है। मंदिर के प्रधान पुजारी पंडित नवनीत शर्मा ने कथा का सार सुनाते हुए कहा कि एक बार नारद जी ने विष्णु भगवान् से पूछा था कि आप अधिकतर कहाँ रहते हैं। यह सुनकर विष्णु भगवान् ने कहा कि हे नारद मैं बैकुण्ठ में अथवा योगियों के हृदय में भी नहीं रहता, लेकिन जहाँ मेंरे भक्त मेरा गुणगान करते हैं वहाँ मैं अवश्य रहा करता हूँ, जो प्राणी चन्दन मालादिकों से हमारे भक्तों की पूजा करते हैं उससे मुझे ऐसी प्रीति होती है जैसे कि मेरे भी पूजन से नहीं हो सकती, जो नराधम पुराणों की कथा तथा मेरे भक्तों का कीर्तन सुन कर उसकी निन्दा करते हैं, वे मेरे शत्रुसद्रश हैं। वही श्री देवाधिदेव मदनमोहन सरकार के सिद्ध चौतन्य दरबार में कार्तिक महोत्सव की मंगला आरती की गई साथ ही मंगला भोग नमकीन भात का भोग लगाया गया साथ ही केसर दूध, फल, तांबूल, मगध, दही, रबड़ी,मेवे का भोग लगाया गया। तो वही बडी संख्या में मंगला आरती में सम्मिलित होकर भक्त गणो ने अमंगलों के नाश की प्रार्थना की।