रिमशा खान सिरोंज-
जैतपुर में चल रही रामलीला में बीती रात्रि भगवान राम के राज्याभिषेक से समापन हुआ। इस दौरान रामराज बैठे त्रिलोका, हर्षित भय गए सब शोका से पूरा पंडाल गूंज उठा। आखिरी दिन की लीला देखने के लिए पंडाल में सैकड़ों की संख्या में दर्शक रहे। बीती रात्रि हुए लीला मंचन में लंका विजय के पश्चात भगवान राम, लक्ष्मण, माता जानकी, हनुमान व विभीषण समेत अयोध्या के लिए पुष्पक विमान से निकलते हैं। प्रभु श्रीराम के आगमन में देरी से भरत विह्वल हो जाते हैं। इसी दौरान हनुमान जी ब्राह्मण का भेष बनाकर भरत जी को श्रीराम के आगमन की सूचना देते हैं। प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण, माता जानकी व उनके साथ आए पवनसुत हनुमान जी का अयोध्या वासियों ने पुष्प वर्षा करके स्वागत किया। भगवान राम के राज्याभिषेक का सुंदर मंचन किया गया। ग्रामीणों ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की झांकी के दर्शन करके आरती उतारी। श्री बांकेबिहारी रामलीला मण्डल अध्यक्ष लल्लूराम जी ने रामलीला समाप्ति की घोषणा करते हुए उपस्थित जन समूह से प्रभु राम के आदर्शों पर चलने का आह्वान किया। कलाकारों ने लवकुश काण्ड का आकर्षक मंचन किया। सुजीत कुशवाह ने बताया श्री बांकेबिहारी रामलीला मण्डल द्वारा कही गाँवो में बिना किसी के लागत के रामलीला कर रहे है जिससे रामलीला युवा पीढ़ी विशेषकर बच्चों में अच्छे संस्कार पैदा करने का सशक्त माध्यम है। इससे जहा सामाजिक बुराइयों के विरूद्ध संघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है वही बड़ों की आज्ञा का पालन करने व छोटो के प्रति स्नेह के साथ-साथ परिवार व समाज में समन्वय स्थापित करने की सीख मिलती है। बड़ी संख्या में गाँव के श्रद्धालु उपस्थित रहे।