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बैतूल

बाल संरक्षण एवं बाल तस्करी के प्रति जागरुक करने के लिए एनएसएस के युवा स्वयंसेवकों ने गांव गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाएं

 

बाल संरक्षण एवं बाल तस्करी के प्रति जागरुक करने के लिए एनएसएस के युवा स्वयंसेवकों गांव गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाएं

युवा गांव-गांव जाकर नुक्कड़-नाटक से बाल तस्करी के प्रति बढ़ा रहे जागरुकता*

भैंसदेही/मनीष राठौर

 

*भैसदेही* । बाल संरक्षण एवं बाल तस्करी के प्रति जागरुक करने के लिए एनएसएस के युवा स्वयंसेवकों द्वारा गांव-गावं जाकर ग्रामीणों को नुक्कड़-नाटक के माध्यम जागरूक किया जा रहा है। स्वयंसेवक लोगों से उनकी स्थानीय भाषा में बातचीत करके सहज और हास्य अंदाज में बाल तस्करी जैसे गंभीर मुद्दों पर संवाद करके उनकी समस्याएं जान चाइल्ड लाइन नंबर 1098, पुलिस डायल 100 व अन्य उपयोगी जानकारी आमजन तक पहुंचा रहे हैं। स्वयंसेवी संस्था आवाज द्वारा परवाह परियोजना चलाकर बाल तस्करी की रोकथाम के लिए भैसदेही ब्लॉक में 10 पंचायतों में 20 गांवों में सघनता से नुक्कड़-नाटक अभियान के माध्यम से सार्थक पहल की जा रही है। अभियान के अंर्तगत एनएसएस स्वयंसेवकों रोजाना अलग-अलग गांवों में जाकर ग्रामीणों को बालश्रम, बाल तस्करी, बंधुआ मजदूरी, भिक्षावृति रोकने सहित अन्य सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरुकता बढ़ा रहे हैं। *आवाज संस्था के ब्लॉक समन्वयक श्री भुपेद्र लोखंडे* एवं *जिला समन्वयक श्री शुभम बसपाल* ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से बाल अपराध में तेजी से इजाफा हुआ है। इसलिए प्रशासनिक एवं जमीनी स्तर पर परवाह परियोजना के माध्यम से बाल तस्करी रोकने का प्रयास किया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि इस मुहिम में विभिन्न विभागों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों सहित सभी तबके के लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।

चयनित ग्रामो में नुक्कड़ नाटक के प्रचार-प्रसार का क्रियान्वयन मुख्य रूप से भैसदेही के *एस. डी. एम. श्री के.सी. परते,* मुख्य कार्यपालन अधिकारी *श्री अंशुमन राज आई.ए. एस* व विकाश खंड चिकित्सा अधिकारी *श्री शैलेन्द्र साहू,* विकाश खंड शिक्षा अधिकारी *श्री जी. सी. सिंग* *बाल विकास परियोजना अधिकारी उषा मसीह* आदि के निर्देशन में सम्पन्न हो रहा है ।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला व बाल विकास, और पंचायत विभाग एवं समस्त विभाग के कर्मचारी सहयोग कर रहे है ।
नुक्कड़ नाटक अब तक ग्राम – कोथलकुण्ड, सालयढाना, गुदगाव, सिवनी, धामंनगाव व ठेमगाव में हो चुका है, जिसमे ग्राम के सरपंच, सचिव, सहायक सचिव, आगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, स्कूल के शिक्षकगन व विद्यार्थी के साथ-साथ ग्रामवासी भी उपस्थित रहे व एन. एस. एस के बच्चो का उत्साह वर्धन किया गया

*युवा गांव-गांव जाकर नुक्कड़-नाटक से बाल तस्करी के प्रति बढ़ा रहे जागरुकता*

 

*भैसदेही* । बाल संरक्षण एवं बाल तस्करी के प्रति जागरुक करने के लिए एनएसएस के युवा स्वयंसेवकों द्वारा गांव-गावं जाकर ग्रामीणों को नुक्कड़-नाटक के माध्यम जागरूक किया जा रहा है। स्वयंसेवक लोगों से उनकी स्थानीय भाषा में बातचीत करके सहज और हास्य अंदाज में बाल तस्करी जैसे गंभीर मुद्दों पर संवाद करके उनकी समस्याएं जान चाइल्ड लाइन नंबर 1098, पुलिस डायल 100 व अन्य उपयोगी जानकारी आमजन तक पहुंचा रहे हैं। स्वयंसेवी संस्था आवाज द्वारा परवाह परियोजना चलाकर बाल तस्करी की रोकथाम के लिए भैसदेही ब्लॉक में 10 पंचायतों में 20 गांवों में सघनता से नुक्कड़-नाटक अभियान के माध्यम से सार्थक पहल की जा रही है। अभियान के अंर्तगत एनएसएस स्वयंसेवकों रोजाना अलग-अलग गांवों में जाकर ग्रामीणों को बालश्रम, बाल तस्करी, बंधुआ मजदूरी, भिक्षावृति रोकने सहित अन्य सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरुकता बढ़ा रहे हैं। *आवाज संस्था के ब्लॉक समन्वयक श्री भुपेद्र लोखंडे* एवं *जिला समन्वयक श्री शुभम बसपाल* ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से बाल अपराध में तेजी से इजाफा हुआ है। इसलिए प्रशासनिक एवं जमीनी स्तर पर परवाह परियोजना के माध्यम से बाल तस्करी रोकने का प्रयास किया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि इस मुहिम में विभिन्न विभागों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों सहित सभी तबके के लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।

चयनित ग्रामो में नुक्कड़ नाटक के प्रचार-प्रसार का क्रियान्वयन मुख्य रूप से भैसदेही के *एस. डी. एम. श्री के.सी. परते,* मुख्य कार्यपालन अधिकारी *श्री अंशुमन राज आई.ए. एस* व विकाश खंड चिकित्सा अधिकारी *श्री शैलेन्द्र साहू,* विकाश खंड शिक्षा अधिकारी *श्री जी. सी. सिंग* *बाल विकास परियोजना अधिकारी उषा मसीह* आदि के निर्देशन में सम्पन्न हो रहा है ।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला व बाल विकास, और पंचायत विभाग एवं समस्त विभाग के कर्मचारी सहयोग कर रहे है ।
नुक्कड़ नाटक अब तक ग्राम – कोथलकुण्ड, सालयढाना, गुदगाव, सिवनी, धामंनगाव व ठेमगाव में हो चुका है, जिसमे ग्राम के सरपंच, सचिव, सहायक सचिव, आगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, स्कूल के शिक्षकगन व विद्यार्थी के साथ-साथ ग्रामवासी भी उपस्थित रहे व एन. एस. एस के बच्चो का उत्साह वर्धन किया गया ।

*युवा गांव-गांव जाकर नुक्कड़-नाटक से बाल तस्करी के प्रति बढ़ा रहे जागरुकता*

भैंसदेही/मनीष राठौर

*भैसदेही* । बाल संरक्षण एवं बाल तस्करी के प्रति जागरुक करने के लिए एनएसएस के युवा स्वयंसेवकों द्वारा गांव-गावं जाकर ग्रामीणों को नुक्कड़-नाटक के माध्यम जागरूक किया जा रहा है। स्वयंसेवक लोगों से उनकी स्थानीय भाषा में बातचीत करके सहज और हास्य अंदाज में बाल तस्करी जैसे गंभीर मुद्दों पर संवाद करके उनकी समस्याएं जान चाइल्ड लाइन नंबर 1098, पुलिस डायल 100 व अन्य उपयोगी जानकारी आमजन तक पहुंचा रहे हैं। स्वयंसेवी संस्था आवाज द्वारा परवाह परियोजना चलाकर बाल तस्करी की रोकथाम के लिए भैसदेही ब्लॉक में 10 पंचायतों में 20 गांवों में सघनता से नुक्कड़-नाटक अभियान के माध्यम से सार्थक पहल की जा रही है। अभियान के अंर्तगत एनएसएस स्वयंसेवकों रोजाना अलग-अलग गांवों में जाकर ग्रामीणों को बालश्रम, बाल तस्करी, बंधुआ मजदूरी, भिक्षावृति रोकने सहित अन्य सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरुकता बढ़ा रहे हैं। *आवाज संस्था के ब्लॉक समन्वयक श्री भुपेद्र लोखंडे* एवं *जिला समन्वयक श्री शुभम बसपाल* ने बताया कि पिछले कुछ वर्षों से बाल अपराध में तेजी से इजाफा हुआ है। इसलिए प्रशासनिक एवं जमीनी स्तर पर परवाह परियोजना के माध्यम से बाल तस्करी रोकने का प्रयास किया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि इस मुहिम में विभिन्न विभागों, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों सहित सभी तबके के लोगों का भरपूर सहयोग मिल रहा है।

चयनित ग्रामो में नुक्कड़ नाटक के प्रचार-प्रसार का क्रियान्वयन मुख्य रूप से भैसदेही के *एस. डी. एम.  के.सी. परते,* मुख्य कार्यपालन अधिकारी *अंशुमान राज आई.ए. एस* व विकाश खंड चिकित्सा अधिकारी * शैलेन्द्र साहू,* विकाश खंड शिक्षा अधिकारी * जी. सी. सिंग* *बाल विकास परियोजना अधिकारी उषा मसीह* आदि के निर्देशन में सम्पन्न हो रहा है ।

इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, महिला व बाल विकास, और पंचायत विभाग एवं समस्त विभाग के कर्मचारी सहयोग कर रहे है ।
नुक्कड़ नाटक अब तक ग्राम – कोथलकुण्ड, सालयढाना, गुदगाव, सिवनी, धामंनगाव व ठेमगाव में हो चुका है, जिसमे ग्राम के सरपंच, सचिव, सहायक सचिव, आगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, स्कूल के शिक्षकगन व विद्यार्थी के साथ-साथ ग्रामवासी भी उपस्थित रहे व एन. एस. एस के बच्चो का उत्साह वर्धन किया गया ।

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