संत समाज ने भगवा वस्त्र धारण कर बनाया सन्यासी
संवाददाता राहुल शर्मा
बदनावर। उत्तर प्रदेश की पावन नगरी मथुरा वृंदावन में भगवान श्री कृष्ण की लीला भूमि साधना और सेवा का संगम वृंदावन वात्सल्य ग्राम में बदनावर के संत ऋषि राज जी महाराज बने स्वामी सत्य श्रेयगिरी जी महाराज। शनिवार 4 फरवरी 2023 को गुरु मंत्रोचार के साथ वात्सल्य ग्राम में संत ऋषि राज जी महाराज ने मां ऋतंभरा देवी के सानिध्य में हवन पूजन कर दीक्षा ग्रहण की और संसार की मोह माया को छोड़कर सन्यासी जीवन में प्रवेश किया। वैसे तो बदनावर के संत ऋषि राज जी महाराज बचपन मे बाल्यवस्था में घर परिवार दुनियादारी संसार की सुख सुविधा भौतिक सुविधा का त्याग कर तपस्वी तेजस्वी ओजस्वी बनने की ओर अग्रसर हो गए थे। बचपन से ही संघर्ष किया संत सनातन धर्म के लिए उसका परिणाम आज है कि सभी संत समाज की परंपरा को देखते हुए ऋषि राज जी महाराज को संत समाज ने भगवा वस्त्र धारण कर सन्यासी बनाया। अब ऋषि राज जी महाराज पूज्य दीदी मा साध्वी ऋतंभरा देवी के सन्यासी शिष्य श्रेयगिरी महाराज जी कहलाएंगे।
बदनावर के गौरव है संत न्यास
बदनावर बाबा बैजनाथ महादेव की पावन नगरी में जन्म लिया श्री संत ऋषि राज जी महाराज ने आज बदनावर के लिए यह गौरव की बात है। कि बदनावर के संत ने सनातन धर्म के लिए अपना सब कुछ त्याग कर तपस्वी एवं ओजस्वी सन्यासी बनने का फैसला लिया। यह भी गौरव की बात है कि भगवान श्री कृष्ण की लीला भूमि पर वृंदावन वात्सल्य ग्राम में मां साध्वी ऋतंभरा देवी के सानिध्य में सन्यासी जीवन में प्रवेश किया और देवी के शिष्य बने।