सुदर्शन टुडे समाचार जिला ब्यूरो चीफ रामेशवर लक्षणे बैतूल
बैतूल। गंज मंडी के फुटकर व्यापारियों ने राज्यपाल के नाम से जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर वीडियोग्राफी को आधार बनाकर 122 की सर्वे सूची की समीक्षा करने की मांग की। इस संबंध में संतोष राठौर और सोहनलाल राठौर ने आरोप कि बैतूल गंज मंडी काम्प्लेक्स निर्माण के पूर्व से ही विवादों में रहा है। वीडियोग्राफी बनाने में भी भेदभाव किया गया। वीडियोग्राफी एक लाईन से सभी दुकानदारों की नहीं की गई। एक ही दुकान की दो-तीन एंगल से वीडियोग्राफी कर एक दुकान पर एक ही परिवार के तीन-तीन सदस्यों का नाम लिखवाया गया तथा वास्तविक दुकानदारों को लाईन के बीच-बीच में से जानबूझकर छोड़ा गया। जिसके कारण वीडियोग्राफी में नहीं आए दुकानदार 122 की सर्वे सूची में आने से छूट गए। सुभाष जैन और सचिन जैन ने बताया कि वीडियोग्राफी को आधार बनाकर जो सूची तैयार की गई है उसमें भी गंभीर अनियमितता की गई। सूची अस्पष्ट है। सूची में बहुत जगह आधी अधूरी जानाकरी दर्ज है। सीरियल क्रमांक भी बीच-बीच में लगातार नहीं हैं। पूजा टिकारे ने कहा कि वीडियोग्राफी और सूची बनाने में जो गंभीर अनियमितता तथा भेदभाव किया गया है तथा आधी अधूरी सूची बनाकर प्रकाशित की गई है इसकी समीक्षा कर उसमें उचित संशोधन कर पुन: प्रकाशित की जानी चाहिए। संजय पंवार ने आरोप लगाया कि सर्वे सूची 122 बनाने में नगर पालिका ने गंभीर अनियमितता की है जिसके कारण लगभग 367 दावे-आपत्तियों के आवेदन आए थे। इस भेदभाव पूर्ण कार्यवाही के द्वारा अनेक दुकानदारों को नगर पालिका दुकान विहिन करने का काम कर रही है। जगह खाली कराते समय सभी की दुकान एक साथ हटाने की कार्यवाही की गई थी। अब आवंटन प्रक्रिया में अलग-अलग कर भेदभाव कर रही है। आवंटन में एकरूपता और एक साथ ही होना चाहिए। सलीम खां ने कहा कि यदि छूटे हुए हम दुकानदारों को आवंटन प्रक्रिया में एक साथ सम्मिलित नहीं करते है तो इस भेदभावपूर्ण कार्यवाही का धरना प्रदर्शन और पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन-प्रशासन की होगी। पिछले तीन साल में शासन-प्रशासन को हम अनेक आवेदन देकर निवेदन कर चुके हैं। इस अवसर पर नरेन्द्र गलफट, आयुष राठौर, राकेश राठौर सहित व्यापारी मौजूद थे।