नौ महीने से कंपनी प्रबंधन पर मजदूरों को वेतन न देने का आरोप
सुदर्शन टुडे से संवाददाता सेवकराम चौबे
कसरावद जिला खरगोन एक और मध्यप्रदेश सरकार नए औद्योगिक इलाके बना रही है ,।और नए उद्योगों को शासकीय सुविधाएं ,योजनाओं का लाभ देकर प्रेरित कर रही है ,इन्वेस्टर्स मिट कर रही वही दूसरी ओर खरगोन जिले की औद्योगिक नगरी निमरानी इलाके में फैक्ट्रीयां बंद हो रही है , प्रबंधन मजदूरों को वेतन नहीं दे रहे ,मजदूरों का पीएफ तक नही दे रहे ,मजदूर शिकायतें भी करते है लेकिन प्रशासन सुनवाई नहीं कर रहा.ऐसा ही मामला खरगोन के कसरावद तहसील के पानवा स्थित पीडीपील (पेरेंटल ड्रग) कंपनी का है जिसके नौ महीने पहले बंद हो जाने से मजदूरों ने लाचार होकर सोमवार को कंपनी के सामने प्रदर्शन किया और अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठ गए । कंपनी प्रबंधन को मजदूरों का नौ महीने का लगभग 5 करोड़ का भुगतान करना है , कंपनी बंद होने से लगभग एक हजार मजदूर बेरोजगार हो गए है । लगभग 9 माह से बंद फैक्ट्री के मजदूर आर्थिक तंगी के चलते परेशान हो रहे है लेकिन न सरकारी अफसर सुनवाई कर रहे है , न ही जनप्रतिनिधि मजदूरों के लिए कोई कदम उठा रहे है । मजदूरों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन ने 9 माह से फैक्ट्री बंद कर रखी है , लगभग एक हजार मजदूरों को वेतन नहीं मिला , शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही ,इसीलिए फैक्ट्री गेट पर अनिश्चित कालीन प्रदर्शन कर रहे है । वही भारतीय मजदूर संघ जिला मंत्री नरेंद्र पटेल ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनियां बंद होने के पीछे कंपनी प्रबंधन की सोची समझी साजिश है । इसमें श्रम विभाग भी मजदूरों के बजाय कंपनी प्रबंधन का साथ दे रहा है । आज एक हजार मजदूरों का रोजगार छीन लिया । कोई दूसरी कंपनी भी मजदूरों को रोजगार नहीं दे रही । ऐसे में मजदूर प्रदर्शन को मजबूर है ।
प्रकरण दर्ज कराया है
पीडीपीएल कंपनी के विरुद्ध श्रम न्यायालय में कानूनी प्रक्रिया के तहत प्रकरण दर्ज कराया गया है, आगे की कार्यवाही वहीं से होनी है मैं अभी मंत्री जी के साथ उज्जैन हूं।
एल, पी, पाठक श्रमायुक्त इंदौर।
आज ही पीएफ ऑफिस गए थे
मजदूरों का तो कंपनी पर नौ महीने का ही वेतन बकाया है, स्टाफ का लगभग 12 महीने से बाकी है हम आज ही पीएफ ऑफिस इंदौर गए थे पता करने की क्या हो रहा है।
आशीष सिंह कंपनी मैनेजमेंट पीडीपीएल।