सुदर्शन टुडे समाचार जिला ब्यूरो चीफ रामेशवर लक्षणे बैतूल
बैतूल।। आमला के रहने वाले साहिल प्रसाद की उस समय खुशी का ठिकाना नहीं था जब बैतूल निवासी ओम पुरोहित ने उन्हें फोन कर ये बताया कि उनका गुम हुआ पर्स उन्हें मिला है। इस पर्स में साहिल का आधार कार्ड , कुछ बैंकों के ए टी एम, वोटर आई डी कार्ड, ड्रायविंग लायसेंस, पेन कार्ड जैसे जरूरी दस्तावेज रखे हुए थे। पर्स गुम होने के बाद इन दस्तावेजों को पुनः बनाये जाने के लिए साहिल काफी परेशान भी थे। समझा जा सकता है कि, ये सभी दस्तावेज सकुशल वापस मिलने के बाद साहिल की खुशी क्या रही होगी। इस ईमानदारी, परोपकार को लेकर साहिल ने ओम को दिल से धन्यवाद ज्ञापित किया।
गुमने से लेकर मिलने तक कि दिलचस्प कहानी
दरअसल पर्स गुम होने से लेकर इसके मिलने की कहानी भी कुछ कम दिलचस्प नहीं है।ओम पुरोहित ने बताया कि उनका काम ठेकेदारी का है। सदर बैल बाजार मे वे सुलभ शौचालय का निर्माण कर रहे हैं। कुछ ही दिनों पहले साइट पर एक पाइप लाइन चोक होने के बाद वे इसे खोलने का प्रयास कर रहे थे। उसी पाइप में पानी के तेज बहाव में एक पर्स भी पाइप के बाहर आ गया था। पर्स के अंदर रखे दस्तावेज भी पूरी तरह गीले हो गए। सभी दस्तावेजों को घर लाकर पहले सुखाया। इसी पर्स में मुझे एक बिल मिला जिसमे एक मोबाइल नम्बर लिखा हुआ था। इस नम्बर पर जब फोन किया तो यह पर्स आमला निवासी साहिल प्रसाद का निकला। पर्स मिलने की खुशी के साथ ही साहिल ने अपनी परेशानियां भी बताई की ये सभी दस्तावेज तैयार करने में उन्हें कितने पापड़ बेलने पड़ रहे है।
जुलाई 2022 में गुम हुआ था पर्स
साहिल ने बताया कि जुलाई 2022 में सदर के बैल बाजार में ही उनका पर्स चोरी हुआ था। शायद पर्स निकालने वाले ने उसमें से पैसा निकाल कर इस पर्स को पाइप में ठूंस दिया होगा। लेकिन जो भी है। उन्हें इस बात की खुशी है कि भविष्य में जिन दस्तावेजों की काफी जरूरत महसूस होती है, वे दस्तावेज उन्हें सकुशल प्राप्त हो गए। क्योंकि इस दस्तावेजों को बनाने में उन्हें कई प्रकार की तकलीफों का सामना करना पड़ रहा था। वे कृतज्ञ है भाई ओम पुरोहित के , की उन्होंने इन दस्तावेजों की कीमत समझकर इतना तो प्रयास किया कि ये मुझ तक सकुशल पहुंच गए। इसके लिए मैं हमेशा भाई ओम पुरोहित का अहसानमंद रहूंगा।