संवाददाता मनीष राठौर
भैंसदेही/जनपद शिक्षा केंद्र भैंसदेही में मंगलवार को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई गई। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा सावित्रीबाई फुले की छायाचित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विकासखंड के शिक्षकों श्रीमती कमला दवडे, अरुणा महाले , विजय कुमार पटैया,साकिर सिद्दीकी ,श्रीराम भुस्कुटे का विकास खंड शिक्षा अधिकारी श्री जीसी सिंह एवं विकासखंड स्रोत केंद्र समन्वयक श्री बीआर नरवरे द्वारा प्रशस्ति पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर बी ई ओ जी.सी .सिंह ने कहा की सभी शिक्षक सावित्रीबाई फुले के जीवन से प्रेरणा लें जिन्होंने प्रतिकूल परिस्थितियों में बालिका शिक्षा की अलख जगाकर प्रथम महिला शिक्षिका होने का गौरव प्राप्त किया। बी आर सी बी .आर . नरवरे ने कहा कि सावित्रीबाई फुले ने अपने पति महान समाज सुधारक ज्योतिबा फुले के साथ मिलकर लड़कियों के लिए भारत में पहले विद्यालय की स्थापना की तथा उन्हें शिक्षा प्रदान करने में अग्रणी भूमिका निभाई। बीएसी श्रीराम भुस्कुटे ने कहा सावित्रीबाई फुले ने कहा था कि स्वाभिमान से जीने के लिए पढ़ाई करो , पाठशाला ही इंसानों का सच्चा गहना है। अध्यापक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष विजय कुमार पटैया एवं शिक्षक श्रीमती कमला दवडे ने भी सावित्रीबाई फुले के जीवन पर अपने विचार रखें। कार्यक्रम का सफल संचालन बीएसी राजकुमार चढ़ोकार द्वारा किया गया। इस मौके पर जनपद शिक्षा केंद्र के कैलाश धाकड़ राजकुमार चढोकर, श्रीराम भुस्कुटे, रितेश वागदरे,जितेंद्र देशमुख, वरिष्ठ समाजसेवी पत्रकार मदन विजय कर उपस्थित थे।