देवराज चौहान राजगढ़
राजगढ़। सिविल अस्पताल परिसर में करोड़ों की लागत से नव निर्माणाधीन क्वार्टर का मामला फिर से एक नया विवाद उत्पन्न कर रहा है जहां हाल ही में क्वार्टर का एलॉटमेंट सीनियरिटी को देखते हुए लाटरी के माध्यम से किया गया है वही अब वहां की अधूरी व्यवस्थाएं पीआईयू की पोल खोल रही है।
जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉक्टर, सीएस,स्टाफ नर्सों के लिए बनाए गए घरों का सपना अभी भी अधूरी व्यवस्थाओं के बीच जूझ रहा है जिन्हें यह घर एलॉटमेंट किए गए हैं। अब उन्हें धूल भरी सड़कों से ही वहां तक गुजरना पड़ेगा क्योंकि निर्माणाधीन एजेंसी ने अभी तक ना तो वहां पर सड़कों का निर्माण कराया है और ना ही बिजली के लिए वहां पर कोई डीपी लगवाई गई है जिससे उन्हें बिजली का कनेक्शन मिल सके इतना ही नहीं जिन्हें इन घरों का अधिकार मिला है उनकी माने तो क्वार्टर के ना तो मेन गेट का निर्माण कराया गया है और ना ही बच्चों के लिए कोई पार्क आदि व्यवस्था की गई है। जिससे वहां शिफ्ट होने के बाद आवारा जानवरों का खतरा भी बना रहेगा ऐसे में अधूरी व्यवस्थाओं के बीच इन घरों का एलॉटमेंट करना कहां तक सही है।
इनका कहना
मुझे भी इस संबंध में जानकारी मिली है कि जिन घरों का एलॉटमेंट हुआ है वहां की अभी व्यवस्थाएं पूरी नहीं है। लेकिन यह सब देखने की जवाबदारी इंजीनियर की होती है आप उन्हीं से बात कर लीजिए वह आपको बेहतर तरीके से समझा पाएंगे कहां चूक हुई है हम भी दिखावा रहे हैं ताकि जिन्हें अपने घर मिले हैं उन्हें वहां बेहतर व्यवस्थाएं भी मिल सके।
डॉ दीपक पीप्पल सीएमएचओ राजगढ़
इनका कहना..
अधूरे निर्माण सहित अन्य कई चीजें अभी छुट्टी हुई है जहां अभी सड़कों का निर्माण नहीं हुआ वहीं विद्युत डीपी भी नहीं लगाई गई है मेन गेट का काम भी अभी नहीं हुआ।इसी के साथ अन्य कई चीजें जो छुट्टी हुई है इसके लिए मैंने पीआईयू को पत्र लिखा है आप पीआईयू के अधिकारी से बात कर लीजिए बाकी जानकारी आपको पीआईयू वाले ही दे पाएंगे।
अजय कुशवाहा इंजीनियर स्वास्थ्य विभाग