सुदर्शन टुडे राजगढ़
राजगढ़। ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की पुस्तकों के हाल भले ही हमने खराब स्थिति में देखे हो लेकिन अब यह दौर धीरे-धीरे समाप्त होता नजर आ रहा है। क्योंकि जिले के कई विद्यालय ऐसे हैं जहां के शिक्षक बच्चों को अपने रहन-सहन के तरीके के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने का पाठ नैतिकता व जिम्मेदारी के साथ पडा रहे हैं।ऐसा ही एक विद्यालय जिले में सोनखेड़ा में स्थित है जहां शिक्षकों द्वारा विद्यालय परिसर को स्वच्छ रखने के साथ ही वहां वृक्षारोपण व लाइब्रेरी के साथ ही समय-समय पर चुनाव के माध्यम से बच्चों को राजनीतिक शिक्षा भी प्रदान की जाती है ।इसी के साथ अपना ड्रेस कोड व पुस्तकों को संभाल कर रखने के पाठ भी पढ़ाए जाते हैं। यही कारण है कि हाल ही में दसवीं की परीक्षा पूरी होने के बाद विद्यार्थियों ने शिक्षा के इस सत्र में जिन पुस्तकों को पढ़ते हुए शिक्षा ग्रहण की उन्हें संभाल कर भी उतने ही अच्छे से रखा और नवी क्लास से दसवीं में आने वाले बच्चों को शिक्षकों के सामने ही पुस्तकों को स्वच्छ स्थिति में सौंपा इस पर नवी क्लास के बच्चों ने उनका आभार व्यक्त किया वहीं इन पुस्तकों से पढ़ाई करने के बाद इन्हें संभाल कर रखना और आने वाले बच्चों को सौंपने की शपथ भी बच्चों ने ली।विद्यालय के प्राचार्य संजय भिलाला ने बताया कि अब विद्यालय में यह हर साल नियम बना दिया गया है छात्रों द्वारा अपने जूनियर छात्रों को पुस्तके प्रधान की जाती है।