परिषद का राजस्वविभाग जानकारी देने से करता है आना कानी
मनीष राठौर
भैंसदही की नगर परिषद क्षेत्र में इन दिनों नगर में जलकर एवं सम्पत्ति कर को लेकर आए दिन परिषद के कचरा वाहन के माध्यम से राशि जमा करने के लिए आम नागरिकों को संदेश देते हुए बीते 1 माह से प्रचार किया जा रहा है। जोकि हाल ही में नगर के समस्त वार्ड में बड़ा चर्चा का विषय बना हुआ है। साथ ही नगर के बुद्धिजीवी एव जागृत नागरिको का मानना है कि परिषद में अंधेर नगरी चौपट राजा का खेल चल रहा है। यहां तक आपस की चर्चा में नगर परिषद अध्यक्ष एवं सीएमओ पर आम जनता के साथ भेदभाव का आरोप भी लगा बैठे। चर्चा इस बात की बड़ी जोरों शोरों से हो रही है। कि वर्तमान में जिस प्रकार का अभियान नगर परिषद भैंसदेही द्वारा बीते 1 माह से राजस्व कर वसूली को लेकर चलाया जा रहा है। उसमें कहीं भी नगर परिषद काम्प्लेक्स बकायेदारो के लिए सूचना प्रसारित नही की जा रही जिन पर लाखों रुपए का कर्ज बकाया है। जिसे लगभग दो वर्ष हो चुके उनके लिए उनके लिए नगर परिषद कभी वाहन के माध्यम से एलौंसमेन्ट नही करती और न वशूली के लिए परिषद का कोई कर्मचारी कहता है। लोगो का मानना है परिषद की लाखों रुपए की वसूली को लेकर नगर परिषद अधिकारी एव अध्यक्ष मौन साधे हुए हैं। जो नगर में बड़ी चर्चा का विषय बनी हुई। लोगों का यह भी मानना है कि नगर परिषद सीएमओ ने कांप्लेक्स की दुकानों की वसूली को लेकर मामला सार्वजनिक कर मीडिया को जानकारी दी थी। उसके बाद भी बीते एक से डेढ़ माह तक उस पर कोई कार्यवाही होते नजर नही आई। जबकि राशि जमा न करने पर सीएमओ द्वारा दुकानों पर ताला लगाकर दुकान सील करने तक कि बात मीडिया के माध्यम से सामने लायी गयी थी। लोगो का दबी आवाज में कहना है कि कितने बकायेदारों से ब्याज सहित राशि वसूल की गई। जो आम नागरिक से समय पर नल कर जमा नही करने पर ब्याज जोड़कर राशि वशूल की जाती हैं।
परिषद के सभा पति और पार्षदों पर भी उठ रही उंगलियां
नगर परिषद कांप्लेक्स की दुकानदारों पर बकाया राशि का मामला सामने आने के बाद लोग परिषद के सभापति और वार्ड पार्षदो पर भी तरह-तरह की बातो तंज कसने से बाज नहीं आ रहे। लोगों का कहना है कि परिषद में चुने हुए जनप्रतिनिधियों में से कोई भी ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं है। जो दुकानदारी पर पिछले 2 वर्ष से बकाया राशि ब्याज सहित जमा करवाने में सामने आकर आवाज उठा सकें। हां लेकिन यदि किसी वार्ड वासी पर संपत्ति कर या जलकर बकाया होने पर बराबर उसे राजस्व जमा करने की सलाह देने से पीछे नहीं हटते। और इन बातों का उदाहरण देते हैं कि परिषद का कर समय पर जमा करने से आपके द्वारा दि गए राशि कर के रूप में लेकर उन राशि का उपयोग आम जनता की सुविधाओं के लिए किया जाता है। परंतु संपूर्ण जानकारी होने के बाद भी कोई भी जनप्रतिनिधि दुकानदारों पर बकाया राशि की ब्याज सहित वसूली के लिए हिमाकत करते नजर नहीं आता।
परिषद में संपत्ति रजिस्टर है य्या नही बड़ा सवाल
कर वसूली एवं बकाया दुकानदारों की ब्याज सहित वसूली की गरमा गरम चर्चाओं में एक नया वाकिया भी सामने आ रहा है कि नगर परिषद भैंसदही में स्वयं का एक संपत्ति रजिस्टर भी नहीं है। जो बड़ी ही विडंबना की बात है। जिससे इस बात का पता लगाया जा सकता है। कि नगर परिषद के पास कुल कितने कुवे , कितने ट्यूबेल , कितने हैंडपंप , कितने शासकीय भवन , और भी शासकीय संपत्तिया है।जिसको लेकर भी नगर परिषद पर तरह तरह की आलोचनाएं करते लोग नजर आ रहे हैं। जन चर्चाओं के आधार पर जब परिषद के जिम्मेदारों से बात की तो उन्होंने बताया।
इनका कहना है
नगर परिषद के माध्यम से समस्त दुकान बकायेदारों को नोटिस दे दिया गया है। जल्द ही वह राशि जमा कर देंगे।
मनीष सोलंकी
नगर परिषद अध्यक्ष भैंसदेही
मैं परिषद के राजस्व विभाग से जानकारी लेकर आपको देता हूं। मुझे पूरी जानकारी अभी नहीं है।
सुरजीत सिंह ठाकुर
सभापति राजस्व विभाग
नोटिस दे दिए गए हैं। यदि उनके द्वारा राशि जमा नहीं की जाती है। तो दुकानों पर ताला लगाकर सील करने की कार्रवाई की जाएगी।
आत्माराव सावरे
सीएमओ नगर परिषद भैंसदेही
ऐसी जानकारी मेरे नॉलेज में भी आई थी। जिसको लेकर मेरे द्वारा संपत्ति रजिस्टर के मामले पर सीएमओ साहब से फोन पर जानकारी ली है।उन्होंने बताया कि यदि परिषद में संपत्ति रजिस्टर नहीं होगी तो उसे बना लिया जाएगा।
महेश धोटेकर
कांग्रेस पार्षद वार्ड नं 13