पचोर
(हरीश भारतीय) सुदर्शन टुडे।
प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री स्कूल शिक्षा एवं सामान्य प्रशासन विभाग (स्वतंत्र प्रभार) इन्दर सिंह परमार ने कहा है कि अंग्रेजों द्वारा थोपी गई शिक्षा नीति अभी तक चली आ रही थी। हमारी सरकार ने नई शिक्षा नीति 2020 लागू की हैं। नई शिक्षा नीति देश के दो करोड़ विषय विशेषज्ञ प्रबुद्ध जन से सुझाव लिए हैं। इसी का परिणाम है कि विष्व के 108 देश आज भारत की शिक्षा नीति का ड्राफ्ट मांग रहे हैं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नई शिक्षा नीति की व्यवस्था में हम अपने ज्ञान, कौशल और संवर्धन से स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने का मौका मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नई स्कूल शिक्षा नीति लागू होने पर कक्षा छठवीं के बाद बच्चा अपनी रूचि अनुसार विषय का चयन कर उसी दिशा में पढ़ाई कर सकेगा और अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकेगा। जिस शिक्षा से छात्रों का भविष्य सुनहरा हो और प्रगति मिले, शिक्षा व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए। यह बात राज्यमंत्री श्री परमार ने नवनिर्मित चार स्कूल भवनो के लोकार्पण कार्यक्रमो में कही। कार्यक्रमों को विधायक सारंगपुर कुंवर कोठार, दिलबर यादव ने भी संबोधित किया।
राज्यमंत्री श्री परमार ने 12.85 लाख से निर्मित ग्राम पंचायत आसारोटा के नवीन भवन, 100 लाख रूपये की लागत से निर्मित नवीन भवन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पढ़ाना, 175 लाख रूपये की लागत से निर्मित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पाडल्यामाता, 100 लाख रूपये की लागत से निर्मित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवीन भवन कडलावदा का लोकार्पण किया।
इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष दिलवर यादव पूर्व विधायक गौतम टेटवाल, विधानसभा प्रभारी मोहन गुप्ता, श्रीमती बबीता जुलानिया श्रीमती नीलम सक्सेना अशरफ अली कुरेशी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अक्षय तेम्रवाल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सारंगपुर राकेश मोहन त्रिपाठी, जिला शिक्षा अधिकारी बी.एस. बिसोरिया सहित अधिकारीगण, जनप्रतिनिधिगण मौजूद रहे।