सुदर्शन टुडे जिला ब्यूरो सिवनी
ग्रामीण अंचलों के लिए ग्राम पंचायतें किसी वरदान से कम नही होती है ग्राम पंचायतों को ग्राम की सरकार की पदवी से नवाजा जाता है सचिव सरकार का नुमाईंदा होता है। यही गांव की दशा और दिशा तय करता है लेकिन जब गांव की दशा और दिशा तय करने वाला ही अक्सर गांव में न पहुंचे तो क्या कहियेगा ?
कुरई जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत खवासा के सचिव जयदेव अवथरे है इस सचिव के ऊपर आरोप लगते है कि यह इतने ज्यादा निष्क्रीय है कि यह स्वयं अपनी पंचायत में कई-कई दिन तक नही जाते है हाल ही में मुख्यमंत्री जनसेवा योजना के तहत शिविरों का आयोजन किया गया इस योजना में छूटे हुए ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं के संबंध में जानकारी देकर इसका लाभ ग्रामीणों को दिलवाना था लेकिन बताया जाता है कि पंचायत सचिव अनेकों दिन ग्राम पंचायत नहीं पहुंचे जिसके चलते ग्रामीण योजनाओं की जानकारी लेने के लिए भटकते रहे लोग आरोप लगा रहे है कि जिन-जिन ग्राम पंचायतों में जयदेव अवथरे सचिव रहे सभी पंचायतों में उनका कार्यकाल लचर ही रहा है खवासा एवं इसके पूर्व की जिन पंचायतों में जयदेव अवथरे सचिव के पद पर पदस्थ रहे है उन पंचायतों में इनके द्वारा कराये गये निर्माण कार्यो की यदि जांच हो जाये तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा बताया जाता है कि जयदेव अवथरे के कुछ ठेकेदारों से मधुर संबंध रहे है यह जिन भी पंचायतों में रहे उन पंचायतों में ठेका पद्धति से इनके द्वारा कार्य कराये जाने के आरोप इन पर लगे है वही इनके द्वारा कुछ फर्मों को उपकृत करने के लिए उनके बिल बाऊचर लगाकर उन्हें भुगतान भी किये जाने के आरोप भी है। लोगों का कहना है कि विगत वर्षों में हुए भुगतानों की यदि जांच हो जाये तो उन फर्मों के नाम सामने आ जायेंगे जिन्हे भुगतान हुए है
खवासा पंचायत के द्वारा बिना जीएसटी वाले कितने बिलो का विगत वर्षों में भुगतानों किया गया हे इसकी जांच कराये जाने की मांग की गई हे आगे के अंकों में हम आपको बतायेंगे कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकानों के बनाने के लिए हितग्राहियों से किसने पेसो की मांग की साथ ही अन्य खर्चों के नाम पर क्यूं बेतहाशा बिलों का भुगतान किया पंचायत ने?,जिला पंचायत एवम जनपद पंचायत के सीईओ से अनेकों जागरूक नागरिकों ने सचिव जयदेव अवथरे की जांच कराई जाने की मांग की हैं।