तहलका न्यूज चैनल रायसेन के लिए जिला ब्यूरो चीफ शिवलाल यादव की रिपोर्ट
रायसेन।जिले में मिट्टी के दीये हाथ ठेलों और बाजारों में दुकानों पर सज गए हैं। इस बार बाजारों में तरह-तरह दीये आए हैं। सामान्य मिट्टी के दीये के साथ बाजारों नजर आ रहे दीये ।चायनीज दीए भी लोगों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। महेश कुमार चक्रवर्ती लखन चक्रवर्ती ने बताया कि बाजारों में इस बार शेर की आकृति, सामान्य दीपक और शिवलिंग आकार की आकृति,भगवान विष्णु के कछुआ के स्वरूप में दियों की सजावट के दीये लोगों के आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं।शेर की आकृति के एक दीये की कीमत 5 रुपए : बाजार में आए शेर की आकृति के दीये की कीमत जहां 5 रुपए प्रति है। वहीं सामान्य दीये 30 रुपए के 16 बिक रहे हैं। इसके अलावा अन्य चायनीज दीयों की कीमत भी 30 रुपए में 20 के आसपास हैं। लेकिन इस बार बाजार में भारतीय कुम्हारों के बनाए गए दीये ही बिक रहे हैं। मिट्टी के बर्तन बनाने वाले गुलाब सिंह बताते हैं कि यह हमारा पुश्तैनी धंधा है। इसी से जीविका चलती है, लेकिन अब बाजार में रंगीन लाइटें आ गई है, जिससे लोगों ने दीयों का प्रयोग कम कर दिया है, उन्हें उम्मीद है कि इस दिवाली पर उनके दीयों की अधिक बिक्री होगी।दीपावली से पहले बिक्री बहुत कम रहती है, लेकिन दीपावली से दो दिन पहले होने वाली बिक्री का इंतजार रहता है। इस बार दिवाली पर दीयों की मांग बढ़ने की उम्मीद है, जिसे देखते हुए दिये बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रंगीन लाइटों से घर सजाया जा सकता है, लेकिन पूजा पाठ, धार्मिक अनुष्ठान के लिए दियों का ही उपयोग किया जाता है।