सुदर्शन टुडे संवाददाता दिनेश तिवारी सीहोर
सीहोर। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के जिला उपाध्यक्ष मनीष मेवाड़ा ने बताया कि अनियमित्ताओं के कारण प्रदेश सहित सीहोर में हाऊसिंग बोर्ड के पास स्थित माँ पिताम्बर नर्सिंग कॉलेज की मान्यता रद्द की जा चुकी है, जिसके कारण उक्त कॉलेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों को एक वर्ष बर्वाद हो चुका है। कालेज प्रबंधन के द्वारा विद्यार्थियों को धोके में रख गुमराह करते सभी विद्यार्थियों से वार्षिक फीस एवं अन्य एक्टिविटी के नाम से हजारों रूपये जमा करा लिये गये, जो कि अब लौटाने को तैयार नही है। इस सम्बंध में एनएसयूआई द्वारा छात्रहित में आवाज उठाते हुए पूर्व में भी प्रशासन को ज्ञापन के माध्यम अवगत कराया जा चुका है। विगत् मंगलवार को भी एनएसयूआई विधानसभा अध्यक्ष यश यादव व रवि बैरागी के नेतृत्व में जनसुनवाई में ज्ञापन सौंपा गया था, जिस पर आश्वासन दिया गया था कि 7 दिवस के अन्दर उचित कार्यवाही की जावेगी। परन्तु कोई साकारात्मक निर्णय नही लिया गया। तत्पश्चात शनिवार को उपाध्यक्ष मनीष मेवाड़ा के साथ आदिवासी कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुमित नर्रे, तनिश त्यागी, विक्की विश्वकर्मा, प्रमोद वर्मा, अलोक मालवीय, विवेक यादव, मयंक अजरिया आदि माँ पिताम्बर कॉलेज पहुंचे और कालेज प्रबंधन से चर्चा की तो कालेज प्रबंधन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए विद्यार्थियों की 60 प्रतिशत राशि का लौटाने को कहा, जिसे एनएसयूआई एवं विद्यार्थियों द्वारा अस्वीकार करते हुए कहा कि उक्त कालेज की धोखाधड़ी के चलते वैसे ही विद्यार्थियों का एक वर्ष बर्वाद हो चुका है, हमें जमा राशि की 60 प्रतिशत राशि आस्वीकार है। एनएसयूआई ने मांग की है कि पीडि़त विद्यार्थियों के खराब हुए एक वर्ष की जिम्मेदारी कालेज प्रबंधन व संचालक लें एवं इन विद्यार्थियों की सत्प्रतिशत राशि शीघ्र लौटाये। अन्यथा मंगलवार, 18 अक्टुबर को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर एनएसयूआई इन पीडि़त विद्यार्थियों के साथ प्रदर्शन करेगा।