देवराज चौहान सुदर्शन टुडे
राजगढ़। जिले में लंबे समय से हो रही लगातार बारिश के बाद जहां सोयाबीन की फसल सड़ने की कगार पर हैं, वही मक्का को इसने फायदा भी पहुंचाया है।इसी के साथ खरीफ सीजन की अगर बात करें तो जब पानी की जरूरत थी तब पानी गिरा नहीं और जब फसलें पककर तैयार होने लगी तो लगातार बारिश हो रही है।इससे जहां जिस क्षेत्र में सोयाबीन की कटाई हो गई है वहां फसल सड़ने की कगार पर हैं इसी के साथ जो फसल पक कर खड़ी है उसमें भी बहुत ज्यादा नुकसान दिखाई दे रहा है। बात अगर फूलों की करें तो इस बार नवरात्रि में राजगढ़ जिले के जो फूल शामिल होते थे वह अधिकांश मात्रा में अति वर्षी के कारण नष्ट हो चुके हैं। फूलों की खेती करने वाले किसान दौलत पुष्पद करेड़ी वा माखन पुष्पद नापानेरा से जब इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया कि लगातार बारिश के कारण ना तो हजारीयों की नीदाई हो सकी और ना ही गुणवत्ता के आधार पर उसमें खाद की उपलब्धता हम दे पाए। और अगर किसी किसान ने दिया तो वह लगातार हो रही बारिश के पानी के बहाव में बह गया।इससे फूल की खेती करने वाले किसानों को इस बार बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। जहां नवरात्रि में राजगढ़ जिले के फूल ही रंगत बढ़ाते थे।वहां इस बार उज्जैन शाजापुर इंदौर भोपाल आदि जिलों की मंडियों से महंगे दाम चुका कर राजगढ़ जिले में फूल आ रहे हैं।